भोपाल। विधानसभा चुनाव के पहले चुनाव आयोग प्रदेश के सभी विधानसभा क्षेत्र में बनाए गए रिटर्निंग अफसर और सहायक रिटर्निग अफसर की पात्रता की जांच करेगा। इसके लिए सभी संभागीय मुख्यालय में शुक्रवार को परीक्षा का आयोजन किया गया है। इस परीक्षा में चुनाव से संबंधित सभी गतिविधियों को लेकर सवाल किए जाएंगे और उसमें पास होना जरूरी होगा। जो अधिकारी परीक्षा में पास नहीं होंगे उन्हें चुनाव से बाहर भी किया जा सकता है। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन के निर्देश पर सभी संभागीय मुख्यालय में आरओ और एआरओ की परीक्षा लिए जाने संबंधित तैयारी शुरू की गई है।
प्रदेश के 230 विधानसभा क्षेत्र में कराए जाने वाले चुनाव को लेकर हर विधानसभा में एक रिटर्निंग अफसर पर एक सहायक रिटर्निंग अफसर की नियुक्ति कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारियों द्वारा की गई है। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी चुनाव संबंधी कई जानकारी इन अधिकारियों से सीधे तलब करते हैं। विधानसभा चुनाव के दौरान अपनाई जाने वाली अलग-अलग गतिविधियों को लेकर इन्हीं अफसरों की समझ और कार्यशैली की जांच चुनाव आयोग कर रहा है। इसी को लेकर कार्य दक्षता और प्रशासनिक दक्षता की जांच के लिए संभागीय मुख्यालय में परीक्षा करना तय किया गया है।
इन विषयों पर होगी परीक्षा चुनाव
आयोग द्वारा ली जाने वाली परीक्षा के जो मुख्य विषय चिन्हित हैं उसमें मतदाता सूची निर्माण से लेकर नाम जोड़ने और हटाने की प्रक्रिया शामिल है। इसके साथ ही इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन, बैलेट पेपर, मतदान केंद्रों के निर्धारण, स्वीप एक्टिविटी, दिव्यांग जनों से वोटिंग करने का फार्मूला, मतगणना,मतदान और मतगणना केंद्रों पर कर्मचारियों की तैनाती और वहां सुरक्षा व्यवस्था की स्थिति, विवाद की स्थिति में अपनाई जाने वाली थीम को लेकर सवाल किए जाएंगे।
जो अफसर पास नहीं हुए उनको दोबारा करनी होगी ट्रेनिंग
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने कहा कि चुनाव आयोग की ओर से चुनाव कराने के लिए प्रशिक्षण दिया गया है। इस प्रशिक्षण के असेसमेंट को लेकर टेस्ट लिए जा रहे हैं जिसमें सहायक रिटर्निग अधिकारी और रिटर्निंग अधिकारी की दक्षता का मूल्यांकन होगा। अगर टेस्ट में यह अधिकारी पास नहीं हुए तो दोबारा प्रशिक्षण देकर टेस्ट लिया जाएगा।