Viral News: मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले की ब्रज धाम कॉलोनी में रहने वाले कक्षा दसवीं के 8 विद्यार्थियों के समूह ने एक साइकिल को बाइक का रूप दिया है। यह साइकिल सोलर एनर्जी से चलती है। अगर सोलर एनर्जी न मिले तो इसे बिजली से भी चार्ज कर सकते हैं। एक बार चार्ज करने पर साइकिल 30-35 किलोमीटर चल रही है, जो लोगों के लिए अब आकर्षण का केंद्र है।
25 हजार रुपये खर्च किए
दसवीं में पढ़ने वाले इन बच्चों ने 25 हजार रुपये खर्च कर कबाड़ में पड़ी एक साइकिल को बाइक का रूप दे दिया और खास बात यह कि इसमें पेट्रोल का भी खर्च नहीं होगा। इस साइकिल को देखने के लिए शहर से ही नहीं, बल्कि दूसरे जिलों के अन्य विद्यार्थी भी बुरहानपुर पहुंच रहे हैं। कबाड़ में पड़ी साइकिल को बाइक जैसा रूप देने के लिए विद्यार्थियों ने 25 हजार रुपये खर्च किए हैं। बड़ी बात ये कि इनका इनोवेशन देखकर लोग इनकी तारीफ कर रहे हैं और परिवार का भी सपोर्ट मिल रहा है।
25 दिन में साइकिल बाइक तैयार
माइक्रो विज़न एकेडमी में कक्षा 10 में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के समूह को शिक्षक द्वारा सोलर साइकिल बनाने के लिए प्रेरित किया गया। जिसके बाद उन्होंने यह साइकिल बनाना शुरू की। 25 दिन में यह साइकिल बाइक के तौर पर तैयार हो गई है। अब यह साइकिल एक्सीलेटर खींचने से सड़कों पर दौड़ रही है। इससे एक दिन में 30 से 35 किलोमीटर का सफर विद्यार्थी तय कर रहे हैं। उसमें दिव्यांश देवड़ा, नमन जैन, अक्षत जैन, जय शाह, अन्नया शुक्ला, पंकज चंचलानी, मानस मुंशी, प्रीत श्रॉफ की अहम भूमिका रही है।
यदि आप बाइक से 30 किलोमीटर घूम रहे हैं तो आप को करीब ₹100 का पेट्रोल डालना होगा, लेकिन जब इस सोलर साइकिल से घूमेंगे तो केवल आपको 2 से 7 रुपए की बिजली खर्च होगी, जिससे आपके पैसों की भी बचत होगी। बच्चों को विशेष रूप से गोविंद देवड़ा और उनकी पत्नी श्वेता देवड़ा ने विशेष सहयोग दिया है। जब भी बच्चों को इस प्रोजेक्ट बनाने में परेशानी आई माता-पिता उनके लिए खड़े रहे और उन्होंने दिन हो या रात उनकी हर संभव मदद की।