रांची। रांची के कई हिस्सों में आज दोपहर 11 बजे के बाद बिजली कटी रहेगी। विद्युत शक्ति उपकेंद्र पॉलिटेक्निक के पावर ट्रांसफार्मर में मंगलवार को तेल डालने का कार्य किया जाएगा, जिसके कारण 11केवी बासरटोली और सुजाता फीडर से बिजली आपूर्ति दोपहर के 12.30 बजे से 01.30 बजे तक बाधित रहेगी।
हरमू में भी कटी रहेगी बिजली
आरडीएसएस योजना के तहत विद्युत संरचना को सुदृढ़ करने के लिए मंगलवार को विद्युत शक्ति उपकेंद्र हरमू के न्यू हरमू फीडर में हरमू हाउसिंग सोसाइटी में फिजियोथेरेपी क्लीनिक के पास एलटी लाइन का काम किया जाएगा। इसीलिए इस ट्रांसफार्मर की बिजली आपूर्ति दिन में 11.30 से 3.00 बजे तक बाधित रहेगी। साथ ही विद्युत शक्ति उपकेंद्र पुंदाग के दीपाटोली फीडर में आरडीएसएस योजना से संबंधित कार्य किया जाएगा।
इन मोहल्लों में भी कटी रहेगी बिजली
जिसके कारण इस फीडर की बिजली आपूर्ति दिन के 11.30 से 03.00 बजे तक बाधित रहेगी। इसके अलावा विद्युत शक्ति उपकेंद्र अशोक नगर के पुंदाग फीडर के कुनेर टोली में, कडरू फीडर के अशोक विहार गेट नंबर एक के पास और अरगोड़ा फीडर के अमलतास, अशोक नगर रोड नंबर 4 में आरडीएसएस योजना से संबंधित कार्य किया जाएगा।
जिसके कारण इस क्षेत्र की विद्युत आपूर्ति 10 बजे से 3 बजे तक बाधित रहेगी। बिजली विभाग ने कहा है कि संबंधित क्षेत्र के सभी सम्मानित विद्युत उपभोक्ताओं से अनुरोध है, कि आप बिजली से जुड़े आवश्यक कार्य को समय से पूर्व कर लें।
लोकल फॉल्ट से उड़ी रांची के बिजली उपभोक्ताओं की नींद
राजधानी में बिजली कट की समस्या तेजी से बढ़ती जा रही है। इसे कम करने के लिए विभाग हर संभव प्रयास कर रहा है, लेकिन इसका असर धरातल पर नहीं दिखाई दे रहा है। इसके पीछे 40 साल पुराने तारों पर सिस्टम का होना है। शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली घंटों लोकल फॉल्ट के नाम पर काटी जा रही है। टाटीसिलवे में बिजली का तार टूट जाने के बाद इंजीनियरों की ओर लोकल फाल्ट बताकर घंटों बिजली गायब रही।
यह लोकल फॉल्ट आम लोगों के समझ से परे है। विभाग के अधिकारियों की ओर से जानकारी दी गई है कि लोकल फाल्ट होने पर इसे आधे घंटे के अंदर उसे ठीक कर लिया जाएगा किंतु ऐसा होता नहीं है। शहर में टाटीसिलवे, लालखटंगा खेलगांव, कोकर, नामकुम, हरमू, तुपुदाना व हटिया आदि क्षेत्र में रोजाना बिजली कट की समस्या हो रही है।
क्या है लोकल फॉल्ट?
बिजली विभाग के अधिकारियों के अनुसार तार टूटना, ट्रांसफार्मर का जंफर उड़ना, फ्यूज उड़ना, आयल बदलने से संबंधित जानकारी लोकल फाल्ट में शामिल होगा। इसके अलावा 33 केवीए लाइन का टूटना, फीडर में परेशानी, ट्रांसफार्मर बदलना आदि मेजर फाल्ट में शामिल है। विभाग हर समस्या को लोकल फाल्ट ही बता देता है।
1988 में चुटिया में बना था ट्रांसफार्मर रिपेयरिंग वर्कशाप 1988 में चुटिया में बनें ट्रांसफार्मर रिपेयरिंग वर्कशाप पर आज भी पूरा विभाग निर्भर है। समय के साथ शहर में बिजली की डिमांड 10 गुनी बढ़ गई, लेकिन विभाग जस-के-तस बना हुआ है।
लोकल फॉल्ट जो आधे घंटे के अंदर बनकर तैयार हो जाए उसे कहते है। अब आरडीएसएस योजना के तहत जारी काम के बाद ही बिजली व्यवस्था में सुधार होगी। इसका लाभ जल्द लोगों को दिखाई पड़ेगा।