Rajasthan Heritage Train: राजस्थान दुनिया भर में अपने पर्यटन के लिए मशहूर है। राजस्थान की पहली हेरिटेज ट्रेन को प्रधानमंत्री ने रवाना किया। इस ट्रेन की सबसे खास बात यह है कि यह यात्रियों की एक इशारे पर रुक जाएगी। यह ट्रेन दो घुमावदार टनल से होकर गुजरेगी यहां पर एक से बढ़कर एक प्राचीन काल के किले मौजूद है। दुनिया भर में राजस्थान अपने ऐतिहासिक किलों के लिए जाना जाता है। वहीं अब राजस्थान के पर्यटन में एक और खास चीज जुड़ गई है। राजस्थान घूमने वाले पर्यटक हेरिटेज ट्रेन की सवारी का भी लुत्फ उठा सकेंगे। बीते दिन ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हेरिटेज ट्रेन को वर्चुअल हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। यह देश की छठी और राजस्थान की पहली हेरिटेज ट्रेन है।आईए जानते हैं इस हेरिटेज ट्रेन से जुड़ी हर एक जानकारी विस्तार से।
इसमें सफर करने वाले यात्री राजस्थान का छोटा कश्मीर कहे जाने वाले गोरम घाट और सबसे ऊंचाई से गिरने वाले गोरम घाट के जोग मंडी झरना के अनोखे नजारे का लुत्फ उठा पाएंगे। हेरिटेज ट्रेन को 150 साल पुराने भाप के इंजन की तरह ही हेरिटेज लुक दिया गया है। ट्रेन हफ्ते में चार दिन ही चलेगी। इसमें से दो दिन टूरिस्ट इसमें बुकिंग करवा सकेंगे।इस ट्रेन में 10 से ज्यादा लोगों के ग्रुप की बुकिंग की जा सकेगी। हालांकि, ग्रुप बुकिंग का किराया कितना होगा, अभी इसकी जानकारी नहीं दी गई है। वैसे इस ट्रेन में सफर करने के लिए प्रति यात्री किराया 2 हजार रुपए है। मारवाड़ जंक्शन से चलकर ये ट्रेन गोरमघाट, फुलाद होते हुए कामलीघाट पहुंचेगी।
कब से कब तक चलेगी ट्रेन
ट्रेन का पूरा सफर 9 घंटे का होगा। यह सुबह 8.30 बजे मारवाड़ जंक्शन से रवाना होगी और 11 बजे कामली घाट पहुंचेगी। जहां साढ़े 3 घंटे के स्टॉपेज के बाद दोपहर 2.30 बजे रवाना होगी और शाम 5.30 बजे वापस मारवाड़ जंक्शन पहुंचेगी। कामली घाट पर यात्रियों के खाने की व्यवस्था की जाएगी। जिसका चार्ज अलग से देना होगा
हेरिटेज ट्रेन को राजस्थानी लुक दिया गया
इस हेरिटेज ट्रेन को राजस्थानी लुक दिया गया है। इसके डिब्बों में राजस्थानी चित्रकारी, हाथी-घोड़े पालकी बनाए गए हैं। ट्रेन में 60 सीटों वाला विस्टाडोम कोच भी लगाया गया है। अब तक वंदे भारत ट्रेन में ही यह नजर आता है। ट्रेन की यानी सीटें 360% पर घूम सकेंगेी। यात्री ट्रेन के बाहर का नजारा अपने फोन के कैमरे में कैद कर पाएंगे। इस ट्रेन में एक बार में 60 पैसेंजर सफर कर पाएंगे। कोच में तीनों तरफ बड़ी-बड़ी खिड़कियां लगाई गई हैं और पूरा कोच एसी है।
यात्री के एक इशारे पर रुकेगी ट्रेन
मारवाड़ से ट्रेन चलने के बाद फुलाद में 25 मिनट तक रुकेगी। 100 किलोमीटर के सफर के दौरान ट्रेन में सफर करने वाले यात्री जहां चाहें, वहां ट्रेन रुकवा सकेंगे। सेल्फी पॉइंट पर ट्रेन रुकवाने पर करीब 15 से 20 मिनट तक का समय यात्रियों को दिया जाएगा। इस ट्रेन में एक छोटी सी पेंट्री होगी। जिसमें चाय-नाश्ता ऑर्डर कर पाएंगे।