समरावता: देवली-उनियारा सीट पर उपचुनाव के दौरान निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा द्वारा SDM अमित कुमार चौधरी को थप्पड़ मारने की घटना के बाद समरावता गांव में हुई हिंसा के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी सामने आई है। इस मामले को लेकर भजनलाल सरकार के मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने मंगलवार को समरावता गांव के प्रतिनिधियों के साथ गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम से उनके निवास पर मुलाकात की। इस बैठक में उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से बताया कि ग्रामीणों ने सरकार के समक्ष चार प्रमुख मांगें रखी थीं, जिन्हें स्वीकार कर लिया गया है।
इन मांगो पर बनी बात
हाल ही में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में किरोड़ी लाल मीणा ने स्पष्ट किया कि उनकी टीम ने नुकसान की भरपाई के लिए एक ठोस योजना बनाई है। उन्होंने बताया कि एक असेसमेंट रिपोर्ट तैयार की जाएगी, जिसमें यह विवरण होगा कि किस व्यक्ति को कितना नुकसान हुआ है। इस रिपोर्ट के आधार पर लोगों के चिकित्सा, आवास और वाहनों के नुकसान की भरपाई की जाएगी। मीणा ने यह भी बताया कि 9 निर्दोष व्यक्तियों को छोड़ दिया गया है और 35 बाइक तथा 7 कारों को नुकसान पहुंचा है, जिसमें पुलिस के वाहन भी शामिल हैं। इस मामले की जांच संभागीय आयुक्त द्वारा की जाएगी ताकि समय पर लोगों को न्याय मिल सके।
मीणा ने आगे कहा कि वे अब मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से मुलाकात करने जा रहे हैं। इस मुलाकात के बाद यह स्पष्ट होगा कि जांच रिपोर्ट में कितना समय लगेगा और ग्रामीणों को सहायता कब तक उपलब्ध होगी। इसके अतिरिक्त, समरावता सहित पांच ग्राम पंचायतों को देवली उपखंड से हटाकर उनियारा उपखंड में शामिल करने पर भी सहमति बनी है। यह निर्णय स्थानीय विकास और प्रशासनिक सुधार के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
नरेश मीणा गिरफ्तारी में देरी पर किरोड़ी ने कहा
नरेश मीणा की गिरफ्तारी में देरी के बारे में किरोड़ी लाल मीणा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान स्पष्ट किया कि यह एक जांच का मामला है। उन्होंने बताया कि डिविजन कमिशनर इस मामले की जांच कर रहे हैं और जैसे ही यह प्रक्रिया पूरी होगी, रिपोर्ट सरकार को प्रस्तुत की जाएगी, जिसके बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि हमने ज्यूडिशियल इन्क्वायरी को टालने का निर्णय लिया है, क्योंकि इसमें काफी समय लग सकता है, और यदि न्याय में देरी होती है तो जनता में असंतोष बढ़ सकता है। इसीलिए, हमने डिविजन कमिशनर से अनुरोध किया है कि वे एक निश्चित समय सीमा के भीतर जांच को पूरा करें।
हुआ हाईवोल्टेज ड्रामा
देवली-उनियारा के समरावता गांव में हुई हिंसा के बाद ग्रामीणों ने नुकसान की भरपाई की मांग उठाई है। इस संदर्भ में मंगलवार को ग्रामीणों का एक प्रतिनिधिमंडल गृह राज्यमंत्री जवाहर सिंह बेढम के निवास पर कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा और कन्हैयालाल चौधरी के साथ लगभग दो घंटे तक चर्चा करता रहा।
इस वार्ता के बाद किरोड़ी लाल मीणा ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि 13 नवंबर को हुई घटना की निष्पक्ष जांच की जानी चाहिए और जो भी लोग दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि सरकार ने इस मामले की जांच के लिए संभागीय आयुक्त की अध्यक्षता में एक समिति का गठन करने का निर्णय लिया है। इसके साथ ही, ग्रामीणों को हुए नुकसान की भरपाई भी राज्य सरकार द्वारा की जाएगी, इस पर भी सहमति बनी है।