पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान बॉर्डर पर तनाव का माहौल है। पाकिस्तान को डर है कि भारत उसके खिलाफ सैन्य कार्रवाई कर सकता है, इसलिए पाकिस्तान अलर्ट मोड में है। पाकिस्तान ने पहले एयर रूट बंद करके मिसाइल परीक्षण किया और एक बार फिर पाकिस्तान ने 2 दिन के लिए एयर रूट बंद करने का फैसला लिया है।
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा मोहम्मद आसिफ ने NOTAM (Notice to Airmen) जारी करके 28 से 30 अप्रैल के बीच लाहौर और इस्लामाबाद के बीच एयर रूट बंद रखने का ऐलान किया है, क्योंकि पाकिस्तान को इस एरिया में मिलिट्री प्रैक्टिस करनी है। लेकिन एयर रूट बंद करके पाकिस्तान ने अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मारी है, क्योंकि एयर रूट बंद होने से पाकिस्तान को काफी नुकसान उठाना पड़ेगा।
नहीं मिलेगी प्रति उड़ान मिलने वाली फीस
एक्सपर्ट के अनुसार, एयर स्पेस बंद होने से पाकिस्तान को प्रति उड़ान मिलने वाली फीस नहीं मिलेगी। पाकिस्तान ने अपना एयर स्पेस बंद करके दुनिया के तीसरे सबसे बड़े एविएशन मार्केट इंडिया से मिलने वाली ओवरफ्लाइट फीस खो दी है। हर रोज 400 से 500 उड़ानें प्रभावित होंगी।
पुलवामा आतंकी हमला 2019 के बाद भी पाकिस्तान ने अपना एयर स्पेस बंद किया था तो 10 करोड़ डॉलर का नुकसान उठाया था। हर रोज 400 से ज्यादा फ्लाइट्स बाधित हुई थीं। साल 2019 में पाकिस्तान ने हर रोज 3 लाख डॉलर का नुकसान उठाया था। पाकिस्तान के नागरिक उड्डयन मंत्रालय और पाकिस्तान एयरलाइंस को करोड़ों का नुकसान हुआ था।
हवाई एरिया पार करने पर वसूली जाती फीस
वर्तमान में 58000 डॉलर प्रतिदिन का नुकसान पाकिस्तान उठाएगा। क्योंकि भारतीय एयरलाइंस ने पाकिस्तान के एयर रूट का इस्तेमाल करने पर प्रतिबंध लगाया हुआ है। इससे पाकिस्तान को प्रति उड़ान मिलने वाली फीस नहीं मिल रही है। बोइंग 777 समेत कई विमान भारत से उड़ान भरते हैं, लेकिन वे पाकिस्तान के रास्ते नहीं जाते।
बोइंग 777 का वजन बोइंग 737 से 3 गुना ज्यादा है। पाकिस्तान वजन के अनुसार 580 डॉलर से 1700 डॉलर प्रति उड़ान ओवरफ्लाइट फीस लेता है, जो उसे भारतीय एयरलाइंस से नहीं मिल रही है। शुल्क की दरें विमान के वजन और फ्लाइट की दूरी के अनुसार तय होती हैं। यह फीस किसी देश के हवाई क्षेत्र को पार करने के बदले वसूली जाती है।