नागौर, भारत-पाक युद्ध 1971 में भारत की ऐतिहासिक जीत की याद में विजय दिवस नागौर जिला सैनिक कल्याण कार्यालय के तत्वावधान में सोमवार को विभिन्न कार्यक्रमों के साथ समारोहपूर्वक मनाया गया। इस अवसर पर मूण्डवा तिराहे स्थित शहीद स्मारक पर आयोजित कार्यक्रम में शहीदों के बलिदान का स्मरण किया गया। कार्यक्रम में नगर परिषद की सभापति श्रीमती मीतू बोथरा, जिला कलक्टर श्री अरुण कुमार पुरोहित, उपखंड अधिकारी श्री गोविन्दसिंह भीचर, जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कर्नल पी.पी.सिंह, कर्नल बी.आर. छरंग, विंग कमाण्डर पी एम. बेनीवाल एवं शहीद सुगन सिंह महावीर चक्र विजेता के पुत्र श्री मागुसिह ने शहीद स्मारक पर रिथत (पुष्प चक्र) अर्पित कर शहीदों के बलिदान को याद किया। इस अवसर पर एनसीसी कैडेटस भी उपस्थित रहे।
शहीदों को श्रृद्धा सुमन अर्पित करने के बाद भारत पाक युद्ध 1971 में शहीद भरतसिंह पोटलिया मांजरा के भतीजा श्री समद्रसिंह शहीद सुगन सिंह नागौर महावीर चक्र विजेता के पुत्र श्री मागुसिंह शहीद महफूल खां फागली के भतीजे श्री कासम खां शहीद खुदा बक्स खां कसनाउ के पुत्र श्री उस्मान खा. शहीद नारायण सिंह लाडिया की वीरांगना श्रीमती भंवर कंवर और शहीद चौखाराम कुडछी की वीरांगना श्रीमती नानु देवी को जिला कलक्टर श्री पुरोहित द्वारा उपहार देकर सम्मानित किया गया। शहीद स्मारक स्थल पर उपस्थित भूतपूर्व सैनिकों, शहीदों के परिवारजनों, आम नागरिकों तथा एनसीसी कैडेट्स के द्वारा शहीद स्मारक पर पुष्प अर्पित कर शहीदों को श्रृद्धाजंलि दी गयी।
*कार्यालय में विशेष समारोह*
विजय दिवस पर जिला सैनिक कल्याण कार्यालय, नागौर में विशेष समारोह भी आयोजित किया गया। कार्यक्रम में कर्नल पी.वी. सिंह जिला सैनिक कल्याण अधिकारी नागौर, कर्नल बी.आर छरंग, विंग कमाण्डर पी. एम. बेनीवाल एवं एनसीसी प्रभारी कैप्टन प्रेमसिंह बुगासरा ने विचार व्यक्त करते हुए विजय दिवस मनाने के महत्त्व तथा देश की सेवा करते हुए सैनिकों के बलिदान की सराहना की। उन्होंने युवाओं से देशहित में आगे आकर अपनी अहम् भूमिका निभाने का आह्वान किया। इस अवसर पर जिला सैनिक कल्याण कार्यालय एवं सैनिक विश्राम गृह के सभी अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन श्री हंसराज नवल अतिरिक्त प्रशासनिक अधिकारी ने किया ।
*इसलिए मनाया जाता है विजय दिवस*
उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान के साथ युद्ध के बाद पूर्वी पाकिस्तान (बांग्लादेश) का उदय हुआ। इस युद्ध में पाकिस्तान की सेना ने पूर्ण रूप से हार मान ली और हथियार नीचे डालकर आत्मसमर्पण कर दिया। भारत-पाक युद्ध 1971 में भारत की ऐतिहासिक जीत 16 दिसम्बर 1971 को मिली। इसी जीत की याद में प्रतिवर्ष विजय दिवस मनाया जाता है।