TRAI Guidelines : TV देखने के शौकीनों के लिए बड़ी खुशखबरी है अगर आपको भी TV देखने पसंद है तो आप उससे पहले ट्राई की नई गाइडलाइन के बारे में जरूर जान लें। इंडिया टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी की ओर से नई गाइडलाइन जारी की है। TRAI ने नए टैरिफ ऑर्डर (New Tariff Order NTO) 2.0 को रिवाइज कर दिया है, जिसका करोड़ों ग्राहकों पर असर पड़ेगा। आइए आपको बताते हैं कि अब नए नियम क्या हैं-
क्या हैं नए नियम?
नए नियमों के तहत 19 रुपये या फिर इससे कम कीमत वाले जो भी चैनल है वह सभी चैनल बुके में शामिल हो सकेंगे। ट्राई के इस फैसले के बाद में केबल और डीटीएच ग्राहकों को काफी राहत मिलेगी।
1 फरवरी 2023 से लागू होंगे नए नियम
TRAI की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक, नई गाइडलाइन 1 फरवरी 2023 से लागू हो जाएगी। इसके साथ ही ट्राई ने कहा है कि सभी चैनल यह सुनिश्चित कर लें कि 1 फरवरी के बाद से ग्राहकों को उनके द्वारा सलेक्ट किए गए चैनल या फिर बुके के मुताबिक ही सेवाएं दी जाएं।
बदलाव की होगी रिपोर्ट
इसके साथ ही ट्राई ने कहा है कि सभी ब्रॉडकास्टर 16 दिसंबर तक अपने चैनल, चैनल की एमआरपी और चैनल के बुके स्ट्रक्चर में किसी भी बदलाव के बारे में रिपोर्ट करेंगे।
45% तक मिलेगा डिस्काउंट
भारतीय दूरसंचार विनियामक प्रधिकरण (TRAI) ने नए नियमों को लेकर मंगलवार को एक नोटिफिकेशन जारी किया है, जिसके अनुसार, केवल उन्हीं चैनलों को बुके में शामिल करने की अनुमति होगी, जिनकी MRP 19 रुपये या उससे कम है। मंगलवार को जारी अपने नए टैरिफ ऑर्डर (NTO) में नवीनतम संशोधनों के तहत, भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने यह भी कहा कि एक ब्रॉडकास्टर सभी पे चैनलों के एमआरपी के योग पर अपने चैनल बुके का मूल्य निर्धारण करते समय अधिकतम 45% की छूट दे सकता है। अभी तक केवल 33 फीसदी की ही छूट दी जाती है।
16 दिसंबर तक का टाइम
ट्राई ने बताया कि किसी पे चैनल के MRP पर ब्रॉडकास्टर द्वारा दी जाने वाली छूट के साथ साथ बुके में उस चैनल की जॉइंट मेम्बरशिप पर आधारित होगी। जानकारी के मुताबिक, सभी ब्रॉडकास्टर 16 दिसंबर 2022 तक चैनल का नाम, भाषा, चैनलों के प्रति माह MRP और चैनलों के बुके बनाने और MRP में किसी बदलाव के बारे में रिपोर्ट करेंगे। इसके अलावा, सभी सूचनओं को भी अपनी वेबसाइट पर भी अपलोड करना होगा।
सिर्फ उन्हीं चैनलों के लिए देने होंगे पैसे जिसे देखना चाहते हैं
अगले साल से आप उन्हीं चैनलों के लिए पैसे पे करेंगे जिन्हें आप देखना चाहते हैं। पहले आपको कुछ चैनलों के लिए पूरा पैकेज लेना पड़ता है जिसमें बाकी चैनलों से कोई लेना देना नहीं होता है लेकिन पे सभी के लिए करना पड़ता था। अब ग्राहक खुद सिलेक्ट किए हुए बुके या चैनलों के लिए ही पे करेंगे। मामले पर इंडियन ब्रॉडकास्टिंग एंड डिजिटल फाउंडेशन के अध्यक्ष के। माधवन ने बताया कि ये सब एनटीओ 2.0 उद्योग और ट्राई के सहयोग से हो पाया है।