Saturday, July 27, 2024
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भारत में मिला चिकनपॉक्स का नया वेरिएंट, बच्चों को बना रहा निशाना, ऐसे करें बचाव

Chickenpox Clade 9 Symptoms: देश में लगातार कई तरह की बीमारियां फैल रही हैं। हाल ही में देश में चिकनपॉक्स का एक नया प्रकार क्लैड 9 पाया गया है।चिकनपॉक्स आपके बच्चों के लिए कितना खतराक है इससे शायद हर कोई वाकिफ होगा, लेकिन अब चिंता बढ़ाने वाली खबरें सामने आ रही है। हाल ही में चिकनपॉक्स के एक नए वेरिएंट सामने आया है, जो तेजी से बच्चों को अपना शिकार बना रहा है। इस वेरिएंट का नाम क्लैड 9 (Clade 9) है। इसका इंफेक्शन नॉर्मल चिकनपॉक्स से ज्यादा खतरनाक है। आइए जानते हैं चिकनपॉक्स के इस नए वेरिएंट के लक्षण से लेकर बचाव तक सबकुछ-

नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (एनआईवी) ने पहली बार भारत में चिकनपॉक्स फैलाने वाले वेरिसेला-जोस्टर वायरस (वीजेडवी) के क्लैड 9 वेरिएंट की मौजूदगी दर्ज की है। अब तक यह वेरिएंट जर्मनी, यूके और यूएस जैसे देशों में पाया गया है। वेरिसेला-जोस्टर वायरस नौ हर्पीस वायरस में से एक है, जो बच्चों, किशोरों में चिकनपॉक्स और वयस्कों में दाद की वजह बनता है। अब तक भारत में इसके क्लैड 1 और क्लैड 5 वेरिएंट मिल चुके हैं, लेकिन क्लैड 9 पहली बार पाया गया है।

क्या है क्लैड 9

क्लैड 9 वेरिसेला जोस्टर वायरस (वीजेडवी) का एक प्रकार है, जो चिकनपॉक्स का कारण बनता है। यह बीमारी आमतौर पर बचपन होने वाली एक आम बीमारी है। बात करें इस वेरिएंट के प्रभाव की तो, देश में मौजूद इसके पिछले वेरिएंट की तुलना में क्लैड 9 से होने वाले संक्रमण की गंभीरता में कोई अंतर नहीं है।

क्लैड 9 के लक्षण

चिकनपॉक्स के वायरस के संपर्क में आने के 2-3 सप्ताह बाद इसके लक्षण दिखाई देते हैं। दाने निकलने से पहले, पीड़ित को बुखार, शरीर में दर्द और सिरदर्द होता है। इसके बाद मरीज के शरीर में दाने दिखाई देते हैं जिन्हें पपल्स कहा जाता है। बाद में तरल पदार्थ से भरे छोटे छाले होते हैं, जिन्हें वेसिकल्स कहा जाता है। इसके प्रमुख लक्षणों में अगर किसी को चिकनपॉक्स क्लैड 9 हो जाए तो उसे बुखार आता है, स्किन पर दाने निकल जाते है, खुजली वाले छाले हो जाते हैं, इसके अलावा गले में खराश, खांसी, सिरदर्द और बेचैनी की शिकायत होती है। इसमें पानी वाले दाने चेहरे, पीठ और छाती पर निकलते हैं फिर शरीर के बाकी हिस्सों में भी फैल जाते हैं। कई बार बच्चों को स्किन इन्फेक्शन, एन्सेफलाइटिस और निमोनिया हो जाता है।

बच्चों को ऐसे बचाएं

बच्चों के लिए ये बीमारी काफी खतरनाक है, अगर आपको उनकी सुरक्षा की फिक्र है तो आप अपने लाडलों को चिकनपॉक्स क्लैड 9 के मरीजों से दूर रहें। ये वायरस खांसने और छींकने से भी फैल सकता है, इसलिए पब्लिक प्लेस पर मांस्क पहनें और पहनाएं। बार-बार हाथ धोएं, किसी भी पेशेंट का सामान, तौलिया या बेड यूज न करें।

क्लैड 9 हो जाए तो क्या करें

अगर आप या आपके बच्चे को चिकनपॉक्स क्लैड 9 के लक्षण नजर आने लगें तो सबसे पहले सेहतमंद लोगों से दूर रहें, ताकि ये वायरस किसी और को न फैले. मरीज को फुल बेड रेस्ट पर रखें। स्किन पर नजर आने वाले दानों को खुजलाने से बचें। सबसे जरूरी है कि आप जल्द से जल्द डॉक्टर से संपर्क करें और इलाज कराएं।

अगर कोई व्यक्ति चिकनपॉक्स से पीड़ित है या उसमें कोई लक्षण विकसित हो रहे हैं, तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लें। समय रहते सही इलाज के लिए विशेषज्ञ की सलाह आपको गंभीर जोखिम से बचा सकती है।

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