Bad Habits For Bone Health: हमारे शरीर में हड्डियों की बेहद महत्वपूर्ण भूमिका होती है। शरीर को स्ट्रक्चर देने के साथ ही सभी अंगों की सुरक्षा और मसल्स को सपोर्ट देने का जिम्मा भी हड्डियों का होता है। कैल्शियम को स्टोर करने में भी हड्डियां अहम रोल अदा करती हैं। ऐसे में ये जरूरी हो जाता है कि हमारी बोन्स हेल्दी और स्ट्रांग बनी रहें।
हालांकि हड्डियों में कमजोरी आने की समस्या आजकल के समय में काफी आम हो चुकी है। पहले हड्डियों की समस्या केवल बुजुर्गों में देखने को मिलती थी लेकिन अब नौजवान भी इस समस्या का शिकार हो रहे हैं। कई बार अनजाने में ही हम ऐसी आदतों को अपना लेते हैं जो हमारी हड्डियों को कमज़ोर कर उन्हें खोखला कर सकती हैं। हड्डियां कमजोर होने के पीछे कई कारण हो सकते हैं। इसके पीछे आपकी डाइट और लाइफस्टाइल जिम्मेदार होती है ऐसे में ये बेहद जरूरी हो जाता है कि हम अपनी हड्डियों का खास ख्याल रखें और जल्द से जल्द इन खराब आदतों से दूरी बना लें और बोन्स को मजबूती देने वाली चीजों को लाइफस्टाइल में शामिल कर लें।
आइए जानते हैं उन चीजों के बारे में
शराब, तंबाकू : शराब हमारे लिवर के लिए तो खतरनाक मानी ही जाती है साथ ही इससे हमारी हड्डियों पर भी काफी बुरा असर पड़ता है। रिसर्च के अनुसार हमारी हड्डियों को कमजोर करने में तंबाकू बड़ी भूमिका निभाता है। इसी तरह दिन में महिलाओं के लिए एक ड्रिंक और पुरुषों के लिए 2 ड्रिंक से ज्यादा लेने पर ऑस्टियोपोरोसिस होने का रिस्क काफी बढ़ जाता है। अत्यधिक मात्रा में शराब का सेवन करने से हमारा शरीर उन जरूरी पोषक तत्वों को अवशोषित नहीं कर पाता जो हमारी हड्डियों की सेहत के लिए जरूरी माने जाते हैं जैसे, कैल्शियम, विटामिन डी और मैग्निशियम। एक्सपर्ट्स का यह भी कहना है कि अत्यधिक मात्रा में शराब, तंबाकू का सेवन करने से हड्डियों का रिमॉडलिंग साइकिल काफी धीमा हो जाता है और हार्मोन का लेवल भी डिस्टर्ब होता है।
फिजिकल एक्टिविटी: हड्डियों की कमजोरी की एक बड़ी वजह फिजिकली एक्टिव न होना भी होता है। आप अगर ज्यादा फिजिकल वर्क नहीं करते हैं तो इससे ऑस्टियोपोरोसिस होने का रिस्क बढ़ जाता है।
कैफीन: हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि सिर्फ कैफीन ही नहीं बल्कि एनर्जी ड्रिंक्स, सोडा, चाय आदि भी हमारी हड्डियों को कमजोर करते हैं। कैफीन का सेवन ज्यादा करने से हमारा शरीर कैल्शियम को अवशोषित नहीं कर पाता जिससे शरीर में कैल्शियम की कमी होने लगती है और हमारी हड्डियां कमजोर हो जाती हैं। कैफीन के कारण हड्डियों को मजबूत करने वाले विटामिन डी के लेवल पर भी बुरा असर पड़ता है।
वीट ब्रान: आपको यह जानकारी काफी हैरानी होगी लेकिन वीट ब्रान जिसे आटे का चोकर भी कहा जाता है, इसमें हाई लेवल में फाइटेट मौजूद होता है जो कैल्शियम के अवशोषण को प्राभावित कर सकता है। बहुत से लोग इसका सेवन करते हैं क्योंकि इसमें डाइट्री फाइबर काफी ज्यादा होता है। अगर आप वीट ब्रान के बजाय ओट्स ब्रान का सेवन करते हैं तो आपको ज्यादा नुकसान नहीं होता क्योंकि इसमें फाइटेट का लेवल ज्यादा नहीं पाया जाता है। फाइटेट एक तरह का एंटी- न्यूट्रीएंट होता है जो आमतौर पर पौधों में पाया जाता है। एंटी- न्यूट्रीएंट के चलते शरीर में कैल्शियम का अवशोषण सही तरह से नहीं हो पाता।
नमक: अत्यधिक मात्रा में नमक का सेवन करने पर हड्डियों में से कैल्शियम खत्म होने लगता है। जर्नल ऑफ द अमेरिकन कॉलेज ऑफ न्यूट्रिशन के 2018 की एक स्टडी के अनुसार, सोडियम का सेवन ज्यादा करने से ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा काफी बढ़ जाता है। लोन कारीगरों और शिल्पकारों को दिया जाएगा। बता दें कि इस महत्वाकांक्षी योजना का बजट 1300 करोड़ रुपये हैं। इस योजना के शुभारंभ पर देशभर के 70 स्थानों पर 70 मंत्री वर्चुअल माध्यम से जुड़े रहेंगे।
हड्डियों के कमजोर होने की एक वजह फैमिली हिस्ट्री भी हो सकती है। पैरेंट्स को या फिर भाई-बहन को ऑस्टियोपोरोसिस होने पर हड्डियों की इस घातक बीमारी के होने का खतरा बढ़ जाता है।