श्रीनगर| जम्मू-कश्मीर फिक्शन राइटर्स गिल्ड की साप्ताहिक बैठकों का 239वां सत्र गिल्ड के मुख्यालय आबे गजर लाल चौक, श्रीनगर में आयोजित किया गया। शनिवार को हुई बैठक की अध्यक्षता जाने-माने स्तंभकार एवं उप निदेशक गुणवत्ता आश्वासन कश्मीर विश्वविद्यालय शौकत शफी ने की, जबकि इस अवसर पर प्रमुख लेखिका एवं एनआईजे की पूर्व निदेशक विनीता बख्शी विशिष्ट अतिथि के रूप में दिल्ली से आ रही थीं और प्रमुख कथा लेखक अभय सिंह पंजाब से आया था।
बैठक में दंतकथाओं को उर्दू और अंग्रेजी में पढ़ा गया, वहीं विनीता बख्शी ने अपने उपन्यास के कुछ अंश भी दर्शकों के सामने पेश किए, जिस पर सजीव ढंग से चर्चा हुई।
परंपरा के अनुसार, सत्र आधिकारिक तौर पर इंजीनियर शफी अहमद द्वारा प्रस्तुत युवा लेखक और शिक्षक मुश्ताक बराक द्वारा लिखित 'इब्तैया' के साथ शुरू हुआ।
युवा कथा लेखक नासिर जमीर ने उर्दू उपन्यास प्रस्तुत किया जबकि एक अन्य युवा कथा लेखक महपारा रियाज ने अंग्रेजी कथा प्रस्तुत की, जिस पर गहन चर्चा हुई। मिथकों पर चर्चा के दौरान कई अहम मुद्दे उठाए गए, जिनका राष्ट्रपति महफिल ने जवाब दिया।
बैठक के अतिथि अभय सिंह ने अपने विचार व्यक्त करते हुए प्रसन्नता व्यक्त की और गिल्ड की गतिविधियों की प्रशंसा की।
बैठक की मुख्य अतिथि विनीता बख्शी ने कहा कि वह गिल्ड की बैठक का हिस्सा बनकर खुश हैं। उन्होंने कहा कि कश्मीर घाटी में गिल्ड सीटों ने उन्हें बहुत प्रभावित किया है और शुभकामनाएं देते हुए सभी सदस्यों को बधाई दी है।
अपने अध्यक्षीय भाषण में शौकत शफी ने बैठक के दौरान हुई चर्चा की तारीफ की। उन्होंने कहा कि इस तरह की चर्चाओं से गुणवत्तापूर्ण साहित्य का निर्माण होगा। उन्होंने आगे कहा कि वर्तमान युग में कथा साहित्य एक नया आकार ले रहा है और इंटरनेट ने इसे काफी हद तक प्रभावित किया है।
उन्होंने किताबें पढ़ने की प्रवृत्ति में कमी पर चिंता व्यक्त करते हुए इस कमी को दूर करने के लिए कई उपयोगी सुझाव भी दिए।