उत्तराखंड में अचानक हुए साइबर अटैक से IT सिस्टम पूरी तरह से लड़खड़ा गया है. दरअसल सीएम हेल्पलाइन, सरकार और अन्य विभाग सहित 186 से ज्यादा प्रमुख सरकारी वेबसाइट हैक होने के तीसरे दिन भी व्यवस्था पूरी तरह से पटरी पर नहीं आई है. दो अक्टूबर से बंद डाटा सेंटर बीते शनिवार से शुरू हो गया है. सीएम हेल्पलाइन व ई-आफिस जैसी अहम आनलाइन सेवाएं काम करने लगी हैं लेकिन थानों में रिपोर्ट दर्ज करने के लिए सीसीटीएनएस और विभिन्न विभागों की वेबसाइट की रिकवरी का कार्य अभी जारी है.
बीते शनिवार देर शाम राजस्थान से लौटते ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने आवास पर हाई लेवल मीटिंग बुलाई. जिसमें स्टेट डाटा सेंटर की सभी सेवाएं अस्थायी रूप से बाधित होने पर उन्होंने कड़ी नाराजगी जताई.
वेबसाइट हैक पर सीएम धामी ने जताई नाराजगी
इसके अलावा सीएम धामी ने ऑनलाइन सेवाओं से संबंधित सुरक्षा के लिए अति शीघ्र साइबर सिक्योरिटी टास्क फोर्स और डिजास्टर रिकवरी सेंटर की स्थापना के निर्देश दिए. उन्होंने अधिकारियों को सोमवार यानी कल से राज्य की वेबसाइट का संचालन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है.
क्या है पूरा मामला?
बता दें कि गुरुवार को यह साइबर अटैक हुआ था जिसकी वजह से सरकारी कामकाज ठप हो गया. वहीं शुक्रवार को सरकार की सबसे अहम ई-ऑफिस प्रणाली पूरी तरह से काम नहीं कर पाई. सचिवालय समेत दफ्तरों में कोई काम नहीं हो पाया. यह हमला इतना बड़ा था कि UK SWAN जैसी सुरक्षित इंटरनेट सेवाएं प्रभावित हो गई. राज्य का सबसे महत्वपूर्ण स्टेट डाटा सेंटर भी इसकी चपेट में आ गया. साइबर अटैक होने के बाद एक-एक करके सरकारी वेबसाइट बंद होने लगीं थी. जो लोग संपर्क करना चाह रहे थे, उन्हें मदद नहीं मिल पा रही थी. इस अटैक के बाद उत्तराखंड IT केयरटेकर सूचना एवं प्रौद्योगिकी विकास एजेंसी की निदेशक निकिता खंडेलवाल ने कहा, ‘हम एक-एक करके वेबसाइट को स्कैन कर रहे हैं, सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हमने सेवाओं को सस्पेंड कर दिया? यह अभी पता नहीं चल पाया है.’