प्रभु रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में साक्षी बनने वाले भक्त अपने आराध्य के दर्शन से पहले अपनी यात्रा को भी जेहन में सहेजने में जुटे हैं। काशी की बेटी सोनी चौरसिया काशी से अयोध्या की यात्रा स्केटिंग करते हुए पूरा करेंगी। सोनी चौरसिया काशी से अयोध्या का 228 किलोमीटर का सफर चार दिनों में पूरा करेंगी। वह बाबा कालभैरव और काशी विश्वनाथ का आशीर्वाद लेकर काशी से निकली हैं। इस दौरान जोर-शोर से उन्हें विदाई दी गई। रास्ते में भी लोग उनका स्वागत कर रहे हैं। एक बातचीत में स्केटर सोनी चौरसिया ने बताया कि अयोध्या प्राण प्रतिष्ठा निमंत्रण के बाद उन्होंने अपने खेल यानी स्केटिंग को चुनते हुए काशी से अयोध्या जाने का निर्णय लिया। सोनी ने बताया कि इस 228 किलोमीटर की दूरी को 4 दिनों में पूरा करने का लक्ष्य रखा है। सोनी चौरसिया को प्राण प्रतिष्ठा का आमंत्रण सोमवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ काशी प्रांत के संपर्क प्रमुख दीनदयाल पांडे और अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत काशी प्रांत के प्रांत संगठन मंत्री अरविंद कुमार ने दिया। काशी प्रांत की महिला जागरण प्रमुख और कथक नृत्यांगना व स्केटर सोनी चौरसिया ने बताया कि यह सौभाग्य जीवन में मिला है। 17 जनवरी को जब अयोध्या में श्रीगणेश पूजन के साथ प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम शुरू होंगे, उप्रभु रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में साक्षी बनने वाले भक्त अपने आराध्य के दर्शन से पहले अपनी यात्रा को भी जेहन में सहेजने में जुटे हैं। काशी की बेटी सोनी चौरसिया काशी से अयोध्या की यात्रा स्केटिंग करते हुए पूरा करेंगी। सोनी चौरसिया को प्राण प्रतिष्ठा का आमंत्रण सोमवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ काशी प्रांत के संपर्क प्रमुख दीनदयाल पांडे और अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत काशी प्रांत के प्रांत संगठन मंत्री अरविंद कुमार ने दिया। काशी प्रांत की महिला जागरण प्रमुख और कथक नृत्यांगना व स्केटर सोनी चौरसिया ने बताया कि यह सौभाग्य जीवन में मिला है। आज जनवरी को जब अयोध्या में श्रीगणेश पूजन के साथ प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम शुरू होंगे, उसी दिन श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में अपनी टीम के चार सदस्यों के साथ दर्शन के बाद सुबह 8.30 बजे अयोध्या धाम तक स्केटिंग करते हुए पहुंचेंगे। उनकी यात्रा बदलापुर, जौनपुर, सुल्तानपुर होते हुए 20 जनवरी को अयोध्या धाम पहुंचेगी। श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में अपनी टीम के चार सदस्यों के साथ दर्शन के बाद सुबह 8.30 बजे अयोध्या धाम तक स्केटिंग करते हुए पहुंचेंगे।