भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय में प्रसिद्ध बॉलीवुड प्लेबैक सिंगर अदिती सिंह का लाइव म्यूजिक कंसर्ट आयोजित किया। म्यूजिकल नाइट में विश्वविद्यालय परिवार के साथ-साथ शहर की जनता ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और सिंगर अदिती के गानों पर थिरके। उम्दा साउंड अरेंजमेंट्स और बेहतरीन लाइटिंग के साथ-साथ सिंगर अदिती के सुरों ने कुछ ऐसा समा बांधा की विश्वविद्यालय परिसर का टैगोर राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय का मैदान दर्शकों के अभिवादन और प्रशस्ति में बजाई गई तालियों से गूंज उठा। ऐसे उत्साहित और लयबद्ध दर्शकों ने मेहमान अदिती सिंह को भी अपना दीवाना बना दिया। अदिती भी दर्शकों की तारीफ करने से खुद को रोक नहीं पाईं। लाइव म्यूजिक कंसर्ट की शुरुआत फिल्म धूम 3 के गीत ‘धूम मचाले धूम’ से स्टेज पर एंट्री मारी। फिल्म राय का ‘सूरज डूबा है, यारों, दो घूंट नशे के मारो’, फिल्म नवाबजादे के ‘हाई रेटेड गबरू नु मारे’, फिल्म की एंड का से ‘हाई हील ते नच्चे’ से बॉलीवुड में अपनी एक अलग पहचान बनाने वाली अदिती सिंह ने भोपाल वासियों के दिलों में अपनी खास जगह बनाई। आज ही विश्वविद्यालय में चल रहे एनुअल फेस्ट रिदम 2024 का समापन समारोह मनाया और माहौल को लाइट करने के लिए अदिती सिंह के सुरों से बेहतर क्या हो सकता था। उन्होंने अपने विशेष परफॉर्मेंस में भारतीय तिरंगे के साथ ‘वंदे मातरम’ गीत पर परफॉर्म कर लोगों के दिलों में जगह बना ली। विश्वविद्यालय के श्री संतोष चौबे, कुलाधिपति, डॉ. अदिती चतुर्वेदी वत्स, प्रो-चांसलर, डॉ. सिद्धार्थ चतुर्वेदी, कुलाधिपति स्कोप स्किल ग्लोबल यूनिवर्सिटी, कुलपति प्रो. रजनी कांत, कुलसचिव डॉ. विजय सिंह, आईक्यूएसी के निदेशक श्री नितिन वत्स ने मेहमान अदिती सिंह को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए उनके सुरीले अंदाज की तारीफ में जमकर कसीदे पढ़े। सिंगर अदिती सिंह भी विश्वविद्यालय परिवार के प्यार और सत्कार की कायल हो गईं और उन्होंने परिसर की भौगोलिक सुंदरता के साथ-साथ विश्वविद्यालय परिवार के युवाओं की असाधारण ऊर्जा से बने सकारात्मक माहौल की भी जमकर सराहना की। अदिती ने कहा कि आरएनटीयू के परिवार से और भोपाल की जनता से मिलकर लगा ही नहीं कि जैसे वह यहां पर मेहमान हैं।
भोपाल में कुदरती खूबसूरती भरपूर
अदिति ने कहा कि भोपाल शहर अपने आप में भरपूर कुदरती खूबसूरती समेटे हुए हैं। यहां की झील भोपाल की सुदंरता में चार चांद लगाती हैं, वहीं यहां की हरियाली अपने आप में शहर को विशेष बनाती हैं। भोपाल मैं बार-बार आना चाहूंगी। यहां आपक अपने शहर में रहने का अहसास होता है। भोपाल अपने आप में खुश दिल होते हैं। जो मेहमाननवाजी में भी अलग पहचान रखते हैं। भोपाल के वन विहार की बात ही अलग है।