Saturday, July 27, 2024
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बजरंग दल पर लगेगा प्रतिबंध? प्रतिबंधित इस्लामिक संगठन (पीएफआई) से की तुलना

बजरंग दल : कर्नाटक की अंजनाद्रि पर्वत श्रृंखला को बजरंग बली का जन्मस्थान माना जाता है. इन्हीं बजरंग बली के नाम पर चुनाव के दौरान कर्नाटक की राजनीति में तूफान आ गया है. इसकी शुरुआत तब हुई जब कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में मुफ्त की सौगातों के साथ साथ पार्टी के एक वादे ने सभी का ध्यान खींचा. कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में कहा है कि अगर पार्टी सत्ता में आई तो समाज में नफरत फैलाने वाले बजरंग दल और पीएफआई जैसे संगठनों को बैन किया जाएगा.
कहा जा रहा है कि ऐसा ही कुछ वादा छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार भी कर सकती है। छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि जरूरत पड़ी तो छत्तीसगढ़ में भी बजरंग दल पर बैन लगाने का सोचेंगे। सीएम बघेल से छत्तीसगढ़ में बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने के विचार पर एक सवाल पूछा गया। इस पर बघेल ने कहा, ‘यहां बजरंगियों ने जो गड़बड़ की है, उसको हम लोगों ने ठीक कर दिया है। जरूरत पड़ी तो छत्तीसगढ़ में भी बजरंग दल पर बैन लगाने का सोचेंगे। अभी कर्नाटक की समस्या के हिसाब से वहां बैन करने की बात कही गई है।’

पीएफआई की बजरंग दल से तुलना

गौरतलब है कि कांग्रेस ने मंगलवार को घोषणापत्र जारी करते हुए बजरंग दल की प्रतिबंधित इस्लामिक संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) से तुलना की। कांग्रेस ने कहा कि सत्ता में आने पर इस संगठन पर प्रतिबंध लगाया जाएगा। साथ ही वादा किया गया है कि प्रदेश में जाति एवं धर्म के आधार पर नफरत फैलाने वाले पीएफआई व ऐसे अन्य संगठनों के खिलाफ भी प्रतिबंध लगाने समेत निर्णायक कार्रवाई की जाएगी।
पीएम मोदी ने घेरा

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कमलनाथ का बड़ा दावा, 23 साल पहले कांग्रेस के सीएम ने भेजा था बैन का प्रस्ताव

कर्नाटक विधानसभा चुनाव के घोषणा पत्र में कांग्रेस ने बजरंग दल के बैन की बात कही है। कमलनाथ के इस बयान के बाद सिसात तेज हो गई है। दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर कहा कि जब मैं 2000 में सीएम था तभी बजरंग दल के बैन का प्रस्ताव केन्द्र सरकार को भेजा था। बुधवार को राजधानी भोपाल में मीडिया से बात करते हुए कमलनाथ ने बड़ा बयान दिया है। कमलनाथ ने कहा कि जो संगठन नफरत फैलाएं उन्हें बैन कर देना चाहिए। कमलनाथ के इस बयान के बाद प्रदेश की सियासत तेज हो गई है। बजरंग दल के बैन पर कमलनाथ ने कहा कि हमारे मैनिफैस्टो कमेटी की बैठक हो रही है। हम तो कहते हैं, सुप्रीम कोर्ट कह रहा है और पूरा प्रदेश कह रहा है कि जो नफरत फैलाए, विवाद करवाए उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। ये आज हमारे समाजिक एकता की बात है। हनुमान जी का मंदिर बनवाने और मूर्ति बनाने के संबंध में कमलनाथ ने कहा कि हां मैंने मंदिर और मूर्ति बनाई है लेकिन ये बताइए कि बजरंग दल और हनुमान जी का क्या संबंध है।

बजरंग दल पर बैन को लेकर पीएम मोदी ने कांग्रेस को घेरा

पीएम मोदी ने इस मुद्दे पर कांग्रेस को घेरा। मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने पहले भगवान राम को ताले में बंद किया और अब  वह ‘जय बजरंग बली’ का नारा लगाने  वालों को ताले में बंद करना चाहती है। मोदी ने कहा,‘आज हनुमान जी की  इस पवित्र भूमि को नमन करना मेरा बहुत बड़ा सौभाग्य है और दुर्भाग्य देखिए, मैं आज जब यहां हनुमान जी को नमन करने आया हूं, उसी समय कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में बजरंग बली को ताले में बंद करने का निर्णय लिया है।’ उन्होंने कहा कि यह देश का दुर्भाग्य है कि कांग्रेस पार्टी को प्रभु श्री राम से भी तकलीफ होती है और अब जय बजरंगबली बोलने वालों से भी तकलीफ हो रही है।

बजरंग दल पर बैन की बात से भड़के CM शिवराज

Bajrang Dal Ban: सीएम शिवराज ने बजरंग दल को राष्ट्रवादी संगठन बताते हुए कहा है कि कांग्रेस की मति मारी गई है. सीएम शिवराज का कहना है कि कांग्रेस का चेहरा पूरी तरह बेनकाब हो गया है. कर्नाटक विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने घोषणापत्र जारी करते हुए सरकार बनने पर बजरंग दल को बैन करने का दावा किया है, जिसको लेकर अब सियासत तेज हो गई है. यह मुद्दा अब कर्नाटक से निकल मध्य प्रदेश तक आ पहुंचा है. एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रस पर करारा हमला किया है. उन्होंने बजरंग दल को राष्ट्रवादी संगठन बताते हुए कहा है कि कांग्रेस की मति मारी गई है. सीएम शिवराज का कहना है कि कांग्रेस का चेहरा पूरी तरह बेनकाब हो गया है.

नरोत्तम मिश्रा ने किया पलटवार

एमपी के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि तुष्टिकरण की राजनीति करने वाली कांग्रेस ने कर्नाटक में अपने घोषणा पत्र में बजरंग दल की तुलना पीएफआई से की है। बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने की बात कर करोड़ों हिंदुओं और राम भक्तों की धार्मिक भावनाओं को आहत किया है। खुद को हनुमान भक्त बताने वाले कमलनाथ जी को बताना चाहिए कि वह अपनी पार्टी के निर्णय के पक्ष में है या विपक्ष में। साथ ही कमलनाथ जी आप यह भी बताएं कि दिग्विजय सिंह जी के बजरंग दल पर बैन करने वाले ट्वीट से सहमत है या नहीं।

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