ग्रेग बार्कले निर्विरोध अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल के चेयरमैन चुने गए हैं। यह उनका लगातार दूसरा कार्यकाल होगा। पहले जिम्बाब्वे क्रिकेट के चेयरमैन डॉक्टर तवेंगवा मुखुलानी ने भी पद के लिए आवेदन भरा था, लेकिन बाद में उन्होंने नाम वापस ले लिया। ऐसे में ग्रेग निर्विरोध चुने गए। बार्कले पहले न्यूजीलैंड क्रिकेट के हेड भी रह चुके हैं। वह 2020 में पहली बार आईसीसी अध्यक्ष बने थे। अब वह दोबारा अपने दो साल का कार्यकाल पूरा करेंगे।मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अगर मुखुलानी चुनाव में उतरते तो भी बार्कले को जीतने में कोई दिक्कत नहीं होती। उन्हें आईसीसी के 12 से ज्यादा सदस्य बोर्ड्स का समर्थन प्राप्त था। इसमें भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड भी शामिल है। आईसीसी में बीसीसीआई का प्रतिनिधित्व जय शाह कर रहे हैं। मुखुलानी को आईसीसी के एसोसिएट नेशंस का समर्थन मिलता। इनमें आयरलैंड, जिम्बाब्वे, अफगानिस्तान और श्रीलंका जैसे देश शामिल हैं। वहीं, दक्षिण अफ्रीका, पाकिस्तान, वेस्टइंडीज और बांग्लादेश गेमचेंजर बन सकते थे।
चुनाव पर टिप्पणी करते हुए मुखुलानी ने कहा- मैं ग्रेग को आईसीसी अध्यक्ष के रूप में फिर से नियुक्ति पर बधाई देना चाहता हूं, क्योंकि उनका नेतृत्व जो निरंतरता प्रदान करेगा वह खेल के सर्वोत्तम हित में है। इसलिए मैंने अपनी उम्मीदवारी वापस लेने का फैसला किया। बार्कले ने साथी आईसीसी निदेशकों को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद दिया।
बार्कले ने कहा- पिछले दो वर्षों में हमने महत्वपूर्ण प्रगति की है जो हमारे खेल के लिए एक सफल और टिकाऊ भविष्य बनाने के लिए स्पष्ट दिशा प्रदान करती है। यह क्रिकेट में शामिल होने का एक रोमांचक समय है और मैं इसके लिए तत्पर हूं। इसे आगे बढ़ाने के लिए अपने सदस्यों के साथ मिलकर काम करना जारी रखना और यह सुनिश्चित करना कि दुनिया के अधिक से अधिक लोग क्रिकेट का आनंद ले सकें।