टीम इंडिया के पास आज इंग्लैैंड से 5 मैचों टेस्टों की सीरीज के चौथे मुकाबले को जीतने का पूरा मौका है। अभी तक टीम इंडिया के खेल को देखा जाए तो आज टीम इंडिया इस टेस्ट मैच को जीत सकती है। इंडिया वर्सेस इंग्लैंड 5 मैच की टेस्ट सीरीज का चौथा मुकाबला रांची में चल रहा है। इस मैच को जीतने के लिए टीम इंडिया को 152 रनों की दरकार है। मेहमानों ने भारत के आगे आखिरी पारी में जीत के लिए 192 रनों का लक्ष्य रखा था। तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक टीम इंडिया बिना किसी विकेट के नुकसान पर 40 रन बोर्ड पर लगा चुकी है। कप्तान रोहित शर्मा और यशस्वी जायसवाल क्रीज पर जमे बने हुए हैं। इस मैच में इंग्लिश टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए जो रूट के शतक के दम पर 353 रन बोर्ड पर लगाए थे, इसके जवाब में भारत भी पहली पारी में 307 रन बनाने में कामयाब रहा था। टीम इंडिया को इस स्कोर तक पहुंचाने में ध्रुव जुरेल (90) और यशस्वी जायसवाल (73) का अहम रोल रहा था। 46 रनों की बढ़त के बाद इंग्लैंड ने दूसरी पारी में 145 रनों पर सिमट गया और भारत के सामने जीत के लिए यह टारगेट रखा। अगर टीम इंडिया यह स्कोर चेज कर लेती है तो वह मैच के साथ यह सीरीज भी अपने नाम कर लेगा। इस जीत के बाद भारत की सीरीज में 3-1 की अजेय बढ़त हो जाएगी। ऐसे में भारत बैजबॉल को पहली टेस्ट सीरीज हराने में कामयाब रहेगा। जी हां, 2022 से जब से बेन स्टोक्स और ब्रैंडन मैकुलम ने इंग्लिश टेस्ट टीम की कमान संभाली है तब से इंग्लैंड एक भी टेस्ट सीरीज नहीं हारा है। ऐसे में भारत के पास इतिहास रचने का मौका है।
टेस्ट सीरीज में छाये रहे डीआरएस विवाद
इंडिया वर्सेस इंग्लैंड टेस्ट सीरीज में डीआरएस पर काफी विवाद हुए हैं। इस दौरान अंपायर्स कॉल दोनों टीमों के लिए काल बनी है। ऐसे में इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने डीआरएस विवाद को खत्म करने के लिए एक अनोखा तरीका बताया है। उनका कहना है कि जिस रूम से डीआरएस के फैसले लिए जाते हैं वहां पर कैमरा और माइक्रोफोन चिपका दिए जाएं ताकि जब फैसला हो रहा हो तो सबको पता चल सके कि उस रूम में क्या हो रहा है।
जायसवाल को इतिहास रचने का मौका
यशस्वी जायसवाल आज रांची में इतिहास रच सकते हैं। वह टेस्ट क्रिकेट में 1000 रन पूरा करने से मात्र 50 रन दूर हैं। अगर चौथे दिन वह 50 और रन बनाते हैं तो वह इस मुकाम तक पहुंचने वाले सबसे तेज भारतीय बन जाएंगे। फिलहाल यह रिकॉर्ड सुनील गावस्कर और चेतेश्वर पुजारा के नाम हैं जिन्होंने 11-11 मैचों में यह उपलब्धि हासिल की थी। वहीं जायसवाल अभी अपने टेस्ट करियर का 8वां ही मैच खेल रहे हैं।