अमरपुर (बांका)। बांका के अमरपुर में प्रस्तावित 200 करोड़ रूपये की लागत से बनने वाले पावर ग्रिड को लेकर पदाधिकारियों की टीम ने खैरा गांव के समीप पहाड़ी के तलहटी में जमीन का निरीक्षण बुधवार को किया। जिसमें डीसीएलआर वंदना कुमारी, सीओ रजनी कुमारी एवं विद्युत विभाग के पदाधिकारी साथ थे।
पावर ग्रिड के लिए 8 एकड़ जमीन की जरूरत
सीओ ने बताया कि पावर ग्रिड के लिए 8 एकड़ जमीन की जरूरत है। जिसको लेकर खैरा गांव के समीप सरकारी जमीन का निरीक्षण किया गया। जिसमें बिजली विभाग के पदाधिकारी भी साथ थे। पावर ग्रिड निर्माण को लेकर मानक के बारे में विद्युत विभाग के पदाधिकारी से वार्तालाप किया गया।
ज्ञात हो कि छह फरवरी को मुख्यमंत्री के प्रगति यात्रा के दौरान भवन निर्माण मंत्री सह क्षेत्रीय विधायक जयंत राज कुशवाहा ने अमरपुर में दो सौ करोड़ रूपया की लागत से पावर ग्रिड निर्माण की बात कही थी। जिसपर विभाग द्वारा कार्य भी शुरू कर दिया है।
मंत्री का आया बयान
मंत्री जयंत राज कुशवाहा ने कहा कि वह अमरपुर विधानसभा क्षेत्र के सम्रग विकास के लिए संकल्पित हैं। इसके लिए वह हमेशा प्रत्यनशील रहे हैं। अमरपुर बाजार में लंबे समय से जाम की समस्या थी। जिसको लेकर बाइपास की मांग की जा रही थी। अमरपुर में बाइपास निर्माणाधीन है।
बाइपास के निर्माण से जाम की समस्या तो दूर होंगी ही, इसके अलावा आर्थिक उन्नति के द्वार भी खुलेंगे। सड़क, सिंचाई क्षेत्र में सहित अन्य महत्वपूर्ण कार्य किये गये है। इसके अलावा संपन्न और सुदृढ़ बनाने की दिशा में प्रयास जारी है। ताकि यहां के लोग विकास से वंचित नहीं रहे।
पावर ग्रिड का क्या काम होता है?
- पावर ग्रिड विद्युत ऊर्जा को उत्पादन स्थल से उपभोक्ताओं तक पहुंचाने के लिए एक व्यापक नेटवर्क प्रदान करता है।
- पावर ग्रिड विद्युत ऊर्जा को उपभोक्ताओं तक पहुंचाने के लिए एक वितरण प्रणाली प्रदान करता है।
- पावर ग्रिड विद्युत ऊर्जा की आपूर्ति को सुनिश्चित करने के लिए एक प्रणाली प्रदान करता है, जिससे उपभोक्ताओं को निरंतर विद्युत ऊर्जा की आपूर्ति मिल सके।
- पावर ग्रिड विद्युत ऊर्जा की गुणवत्ता को बनाए रखने के लिए एक प्रणाली प्रदान करता है, जिससे उपभोक्ताओं को सुरक्षित और विश्वसनीय विद्युत ऊर्जा की आपूर्ति मिल सके।
- यह विद्युत ऊर्जा की गुणवत्ता को बनाए रखने में मदद करता है।
- यह विद्युत ऊर्जा के उत्पादन, प्रसारण, और वितरण को संभालता है।