भोपाल। वाणिज्यिक कर विभाग ने उमरिया जिले में पदस्थ जिला आबकारी अधिकारी रिनी गुप्ता को उमरिया से हटकर सागर संभाग के उड़नदस्ते में पदस्थ कर दिया है। 2 दिन पहले मध्य प्रदेश के उमरिया में रीवा लोकायुक्त टीम ने कार्रवाई करते हुए जिला आबकारी अधिकारी को एक लाख 20 हजार रुपए की रिशवत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया था। आबकारी अधिकारी रीना गुप्ता शराब ठेकेदार से वीआईपी खर्च के एवज में हर महीने रिश्वत की मांग करती थी। मंगलवार शाम लोकायुक्त टीम ने उमरिया में छापा मारा है। जहां जिला आबकारी अधिकारी रीना गुप्ता को एक लाख 20 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। जानकारी देते हुए लोकायुक्त रीवा के निरीक्षक प्रमेन्द्र कुमार परमार ने बताया कि जिले के विंध्या समूह के शराब ठेकेदार अनीश सिंह बघेल के कार्यकर्ता नृपेंद्र सिंह से जिला आबकारी अधिकारी रिनी गुप्ता ने 30 हजार रुपये प्रति माह के वीआईपी खर्च और अधिकारियों के खर्च के लिए रुपये मांगे जा रहे थे, जिस पर 4 माह का एकमुश्त 1 लाख 20 हजार रुपये के रिश्वत की मांग की थी।
कांग्रेस ने कसा कार्यवाही पर तंज
कांग्रेस नेता केके मिश्रा ने रिश्वत लेते गिरफ्तार महिला अधिकारी के स्थानांतरण पर राज्य सरकार पर तंज करते हुए कहा है कि अब तो बेशर्म भी कहां मरें, जगह ढूंढ रहे होंगे। उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि हाल ही में लोकायुक्त संगठन द्वारा मोटी रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ी गई उमरिया जिले की जिला आबकारी अधिकारी रिनी गुप्ता को निलंबित करने के बजाय कमीशन राज में उन्हें आरामदायक पोस्टिंग के रूप में उड़न दस्ते सागर में पोस्टिंग दे दी गई है।
उन्हें विभाग प्रमुख की मेहरबानी के कारण उपकृत किया गया है। साथ ही जिन डिप्टी प्रमोद झा के अधीनस्थ इस अधिकारी को पदस्थ किया गया है, खुद उन पर भी उज्जैन सहायक आयुक्त रहते हुए 55 करोड़ के आबकारी राजस्व हानि के प्रमाणित आरोप लगे हैं। इसके बावजूद आज दिनांक तक आबकारी आयुक्त की मेहरबानी से उनके खिलाफ विभागीय जांच तक शुरू नहीं हो पाई है। है न (ई) मानदार कमीशन राज….।
