Gold Mine: अभी तक मध्य प्रदेश की धरती से हीरा निकाला जाता रहा है, लेकिन अब यह धरती भी सोना उगाएगी। खनिज विभाग के वैज्ञानिकों ने सिंगरौली में गुरहर पर्वत पर सोने की खान की खोज की है। भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (जीएसआई) की रिपोर्ट के बाद खनिज विभाग ने खदान की नीलामी की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके अलावा सोने की खान के अलावा मुख्य खनिज की 12 अन्य खदानों की भी नीलामी की जाएगी।
इनमें लौह अयस्क, चूना पत्थर, मैगनीज, रॉक फॉस्फेट और ग्रेफाइट की खदानों की नीलामी की जाएगी। राज्य के तीन जिलो ग्वालियर के पनिहार में लौह अयस्क, झाबुआ के खतंबा में रॉक फॉस्फेट खदानों और अलीराजपुर के नेतारा में ग्रेफाइट खदानों की नीलामी होगी।
एक टन पत्थर से 1.03 ग्राम सोना
सिंगरौली के गुरहर पर्वत पर मिली सोने की खदान में खुदाई करने पर एक टन पत्थर से 1.03 ग्राम सोना मिलेगा। यह खदान कुल 149.30 हेक्टेयर में फैली हुई है। इस चट्टानी भूमि क्षेत्र में पिछले दो वर्षों से सोने की खोज की जा रहा थी। भारत सरकार के भूवैज्ञानिकों की भी इसके लिए मदद ली गई है।
पांच चूना पत्थर एवं तीन मैंगनीज खदानों की होगी नीलामी
मध्य प्रदेश के सतना जिले में पहरी, भाटिया और रेवरा की चूना पत्थर खदानों, रीवा के चोरगड़ी पुरैना और दमोह के सुखा सतपारा की खदानों की नीलामी की जाएगी। इसी प्रकार खरगोन के नंदिया लोहारपुरा, बालाघाट के बरबुडा और सिवनी के धोबितोला की मैगनीज खदानों की नीलामी के लिए निविदाएं मंगवाई गई हैं।
तीन जिलों में होगी इन खनिजों की नीलामी
प्रदेश के तीन जिलों झाबुआ के खतंबा में रॉक फॉस्फेट, ग्वालियर के पनिहार में लोह अयस्क और आलीराजपुर के नेतारा में ग्रेफाइट की खदान की नीलामी की जाएगी।
2002 से जारी है सोने की खोज
मध्य प्रदेश में 2002 से सोने की खोज चल रही है। सोने की संभावनाओं का सर्वेक्षण करते हुए, भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण ने सिंगरौली में सोने की खदानों की पुष्टि की है। इसमें से सिंगरौली के गुरहर पर्वत पर सोना मिला है। सिंगरौली के अलावा सिवनी, बैतूल, जबलपुर, कटनी, बालाघाट, शहडोल, छिंदवाड़ा और उमरिया जिलों में तलाशी जारी है।