भोपाल। राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने जयपुर धमाके में फरार चल रहे मास्टरमाइंड दो आतंकियों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार आरोपियों में इमरान खान धमाके की साजिश का मास्टरमाइंड है, जिसका फार्म हाउस एनआईए ने कुछ सप्ताह पहले रतलाम में सील किया था। आरोपियों को एनआईए ने जयपुर की विशेष अदालत में पेश किया है। दोनों पर एनआईए ने इनाम भी घोषित किया था। गिरफ्तार किए गए आतंकियों के आतंकी संगठन आईएसआईएस से संबंधों की भी जांच की जा रही है।
जानकारी के अनुसार रतलाम के सूफा आतंकी संगठन से जुड़े कथित आतंकवादियों ने जयपुर में धमाके की साजिश रची थी। सूफा के आधा दर्जन कट्टरपंथी ट्रेन से जयपुर जा रहे थे, जिन्हें राजस्थान एसटीएफ और एटीएस ने चित्तौडग़ढ़ से गिरफ्तार भारी मात्रा में विस्फोटक पदार्थ बरामद किए थे। जांच में मामला आतंकी संगठन से जुड़ा होने के कारण आगे की जांच एनआईए कर रही है। एनआईए अब तक दस आतंकियों को गिरफ्तार कर चुकी है। जयपुर धमाके का मास्टरमाइंड इमरान खान हैए जो रतलाम में फार्महाउस में आतंकियों को विस्फोटक बनाने का प्रशिक्षण देता था। वह पोल्ट्रीफार्म की आड़ में आतंकियों को प्रशिक्षण हाथ बम बनाना सिखाता था। गत दिनों जयपुर एनआईए ने मोहम्मद यूनुस साकी और इमरान खान उर्फ यूसुफ को गिरफ्तार किया है। दोनों रतलाम के रहने वाले हैं। इमरान खान ही धमाके की साजिश का मास्टरमाइंड है। एनआईए गिरफ्तार आतंकियों से पूछताछ कर अन्य कट्टरपंथियों की जानकारी जुटाने के साथ कडिय़ां जोडऩे में जुटी है।
आईएसआईएस विचारधारा फैला रहे थे
सूफा संगठन का गठन धार्मिक शिक्षा देने के नाम पर किया गया था। लेकिन एनआईए की पूछताछ में पता चला है कि मास्टरमाइंड इमरान खानए मोहम्मद यूनुस खान साकी और अन्य आईएसआईएस से जुड़े हुए थे। दोनों आतंकी आईएसआईएस विचारधारा को फैलाने में लगे हुए थे।
कई राज्यों में तबाही फैलाने की थी तैयारी
एनआईए की पूछताछ और जांच में पता चला है कि सूफा संगठन से जुड़े ये आतंकवादी राजस्थान के जयपुर सहित भारत के कई बड़े शहरों में आतंक फैलानेए तबाही मचाने की तैयारी में थे। इसके लिए वे विस्तफोटक और आईईडी बनाने की सामग्री भी खरीद चुके थे।
आईईडी बनाने का माहिर हैं दोनों
एनआईए की गिरफ्त में आए दोनों आतंकवादी आईईडी बनाने में माहिर हैं। दोनों ने आईईडी बनाने के लिए उच्च प्रशिक्षण भी लिया था। इमरान रतलाम स्थित अपने पोल्ट्री फार्म में अन्य आरेपियों को आईईडी व अन्य विस्फोटक बनाने का प्रशिक्षण देता था। साथियों की गिरफ्तार के बाद दोनों मुंबई भाग गए थे। एनआईए ने दबिश दी तो अन्य साथियों के साथ दोनों पुणे में ठिकाना बना लिया। पुणे से दो साथी पिछले महीने ही गिरफ्तार किए गए हैं।