भोपाल । सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए पुलिस मुख्यालय आमजन को एप की सुविधा देगा। इसका नाम मैप एप है। यह गूगल मैप की तरह काम करेगा। अंतर यह होगा कि एप वाहन चालक को संकेत के साथ आडियो के जरिए यह भी जानकारी देगा कि आगे स्पीड ब्रेकर पुल संकरा रास्ता घुमावदार सड़क मिलने वाली दूसरी सड़क आदि हैं। इससे वह सतर्क हो जाएगा।
बता दें कि प्रदेश में हर साल सड़क दुर्घटनाओं में करीब 12 हजार लोगों की जान जाती है। इसकी एक बड़ी वजह सड़कों की तकनीकी खामियां भी हैंं। एप के जरिए लोग सतर्क रहेंगे तो हादसे कम होंगे। एड्राइड मोबाइल में इसे इंस्टाल किया जा सकेगा।
एक निजी कंपनी ने यह एप तैयार किया है। कुछ राज्यों में इस एप का उपयोग शुरू भी हो गया है। इसमेें उत्तर प्रदेश भी शामिल है। पुलिस मुख्यालय के अधिकारियों ने बताया कि एप के उपयोग के लिए अगले माह एप बनाने वाली कंपनी से अनुबंध किया जाएगा। प्रदेश के सभी जिलों में मिलाकर 395 ब्लैक स्पाट हैं। संकेत और आडियो के जरिए इसकी सूचना भी वाहन चालकों को मिलेगी। साथ ही गूगल मैप की तरह गंतव्य तक पहुंचने का रास्ता भी यह एप बताएगा।
बीते पांच वर्ष में प्रदेश में हुई सड़क दुर्घटनाएं
वर्ष— दुर्घटना—घायल—मृतक
2021–48877–48956–12057
2020–45 266–46456–11 141
2019–50669–52 816 11 249
2018–51397–54 662–10706
2017–53399–57 532–10 117
इनका कहना है
मैप एप के लिए जल्द ही संबंधित कंपनी से अनुबंध करेंगे। दुर्घटनाएं रोकने में इस एप से काफी मदद मिलेगी। इसके अलावा सड़क हादसों को कम करने के लिए कुछ और नवाचार कर रहे हैं।
जी जनार्दन अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (पीटीआरआईं)