MP Cabinet: लंबे इंतजार के बाद आज होगा मंत्रिमंडल का गठन, 9 बजे राज्यपाल से मिलेंगे सीएम मोहन यादव रविवार शाम मुख्यमंत्री डॉ. यादव की केंद्रीय नेताओं से मुलाकात के बाद मध्यप्रदेश के मंत्रिमंडल के नामों पर अंतिम मुहर लग गई। मध्य प्रदेश में आज यानी सोमवार को नई कैबिनेट का शपथ ग्रहण समारोह होना है।
हाल ही में संपन्न हुए पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने हिंदी पट्टी के तीनों सूबों- मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में बहुमत हासिल करते हुए सरकार बनाई है।तीनों ही राज्यों में बीजेपी ने नेतृत्व परिवर्तन करते हुए नए चेहरों का चुनाव किया है। साथ ही साथ तीनों राज्यों में एक मुख्यमंत्री के साथ दो उप मुख्यमंत्रियों वाला फॉर्मूला भी बीजेपी ने लगाया है।यानी तीनों राज्यों में बीजेपी की रणनीति लगभग एक जैसी ही रही है।
कैबिनेट में भी दिख सकते हैं नए चेहरे
सीएम डॉ. यादव सोमवार सुबह 9 बजे के बाद राज्यपाल मंगु भाई पटेल से मिलेंगे और मंत्रियों के नामों की सूची सौंपेंगे। इसके बाद वे इंदौर निकल जाएंगे। सीएम ने सोमवार को प्रस्तावित ग्वालियर दौरा भी रद्द कर दिया है। इंदौर में हुकुमचंद मिल के कार्यक्रम में शामिल होने के बाद वे भोपाल लौटेंगे और दोपहर साढ़े तीन बजे शपथ ग्रहण में शामिल होंगे। बता दें कि आज 25 दिसंबर को पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म दिन है, भाजपा इसे सुशासन दिवस के रूप में मनाती आ रही है। इस मौके पर मंत्रिमंडल का विस्तार कर भाजपा सुशासन को और बढ़ावा देने का संदेश देना चाहती है। बताया जा रहा है कि 20 से 27 मंत्री शपथ ले सकते हैं। इसमें नए चेहरे के साथ ही कुछ पूर्व मंत्रियों को मौका देने की बात सामने आ रही है। हालांकि, मंत्रियों के नाम की आधिकारिक जानकारी नहीं मिल सकी है। बता दें, इससे पहले 13 दिसंबर को भाजपा विधायक दल के नेता चुने गए डॉ. मोहन यादव को शपथ दिलाई गई थी। उनके साथ दो डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा और राजेंद्र शुक्ला को शपथ दिलाई थी।
मध्य प्रदेश में मंत्रियों के कुल 35 बर्थ
अगर बीजेपी मध्य प्रदेश में भी छत्तीसगढ़ जैसा फॉर्मूला लगाती है तो कई पूर्व मंत्रियों का पत्ता इस बार कट सकता है। मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री समेत कुल 35 मंत्री बनाए जा सकते हैं। मुख्यमंत्री मोहन यादव और डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा और राजेंद्र शुक्ला का चुनाव करने के बाद बीजेपी के पास 32 मंत्रिपद बाकी हैं। राजनीतिक गलियारों में हो रही चर्चाओं के मुताबिक बीजेपी इनमें से 15 से 20 पद भर सकती है। यानी सोमवार को 15-20 कैबिनेट मंत्री ही शपथ ले सकते हैं।
जातिगत समीकरण को साध कर बनेगा मंत्रिमंडल
इसी के साथ नए मंत्रियों के जरिए भारतीय जनता पार्टी का मकसद स्थानीय तौर पर जातिगत समीकरण को साधने का भी होगा. बीजेपी की नजर आगामी लोकसभा चुनावों पर भी है, ऐसे में पार्टी के उठाए हर कदम में लोकसभा चुनाव की तैयारियों की झलक भी दिखाई पड़ती है। तीनों राज्यों के मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री के चुनाव में भी ये देखने को मिला। मध्य प्रदेश की नई कैबिनेट के चयन में भी इसी तैयारी के तहत जातिगत समीकरण देखने को मिल सकता है।