बाबा महाकाल वैसे तो साल में कई बार अपनी प्रजा का हाल जानने के लिए पुराने शहर में नगर भ्रमण पर निकलते हैं, लेकिन आज विजयदशमी (दशहरे) पर बाबा महाकाल की सवारी साल में एक बार नए शहर में भी आती है. जहां बाबा महाकाल के भक्त नए शहर में भी भगवान का ऐसा भव्य स्वागत, अभिनंदन करते हैं कि इसका एक अलग ही नजारा दिखाई देता है. वैसे तो सालों से यह सवारी अपने परंपरागत मार्ग से होते हुए दशहरा मैदान पहुंचती है.
जहां शमी के पेड़ की पूजा करने के बाद सवारी दोबारा मंदिर की ओर लौट जाती है, लेकिन इस साल सवारी के मार्ग में एक बड़ा बदलाव किया गया है, जिससे कि अब बाबा महाकाल की सवारी का लाभ और भी अधिक श्रद्धालु ले पाएंगे. अश्विन शुक्ल पक्ष की दशमी पर हर साल दशहरे पर भगवान श्री महाकाल की सवारी श्री महाकालेश्वर मंदिर से शाम 4 बजे सभा मंडप मे पूजा अर्चना के बाद नगर भ्रमण के लिए निकलती है.
सवारी मार्ग में हुआ बदलाव
यह सवारी हर साल की तरह ही इस साल भी धूमधाम से निकलेगी जो की प्रमुख रास्तों से होती हुई दशहरा मैदान पहुंचेगी और दशहरा मैदान से फिर विभिन्न मार्गो से होती हुई बाबा महाकाल के दरबार पहुंचेगी, लेकिन इस साल सवारी के मार्ग में कुछ बदलाव किया गया है. इस बदलाव के बारे में बताया जाता है कि यह सवारी श्री महाकालेश्वर मंदिर से शुरू होकर गुदरी चौराहा, पटनी बाजार, गोपाल मंदिर, सराफा, सती गेट, नई सड़क, दौलतगंज, मालीपुरा, देवास गेट, चामुंडा चौराहा से टॉवर के रास्ते एल.आई.सी. ऑफिस, लिनन, रेमंड शो रूम के समीप वाली गली से दशहरा मैदान पहुंचेगी.
दशहरा मैदान में की जाएगी शमी के पेड़ की पूजा
जहां दशहरा मैदान पर शमी के पेड़ का पूजा अर्चना होगी, लेकिन इसके बाद सवारी के लौटने का जो मार्ग है, उसमें अब बदलाव कर दिया गया है. बताया जा रहा है कि अब सवारी वापसी में दशहरा मैदान से श्री गंगा होटल के पास वाले रास्ते से देवास रोड, तीन बत्ती चौराहा से माधव क्लब रोड होते हुए धन्नालाल की चाल से लोक निर्माण विभाग कार्यालय के गेट, मालीपुरा, दौलतगंज चौराहा, इंदौर गेट, गदा पुलिया, हरिफाटक ब्रिज, बेगमबाग से कोट मोहल्ला चौराहे के रास्ते से दोबारा श्री महाकालेश्वर मंदिर पहुंचेगी.
सवारी के स्वागत के लिए सज रहा मार्ग
आज शाम को नए शहर में बाबा महाकाल की सवारी के आगमन को लेकर सामाजिक संगठन और व्यापारियों के साथ ही हर कोई बाबा महाकाल की सवारी का भव्य से भव्य स्वागत करने में जुटे हुए हैं. आज शाम को बाबा महाकाल की सवारी जैसे ही नए शहर में पहुंचेगी. वैसे ही यहां लगभग 100 से अधिक मंचों से बाबा महाकाल की सवारी का स्वागत किया जाएगा और प्रसादी का वितरण भी होगा.
नई सवारी मार्ग पर भी चल रही तैयारी
आज बाबा महाकाल की सवारी जिस नए मार्ग से होकर गुजरेगी उन क्षेत्रों में भी तैयारी का दौर जारी है. इंदौर गेट, गदा पुलिया, बेगमपुरा और कोट मोहल्ला क्षेत्र के बाबा के भक्तों ने बताया कि हम धन्य हो गए जो आज कालों के काल बाबा महाकाल हमें दर्शन देने के लिए इस नए मार्ग से गुजरेंगे.