केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो चित्तौड़गढ़ और कोटा की टीम ने तस्करों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। टीम ने एक मारुति वैन को रोक कर तलाशी ली है, जिसके गैस किट में पार्टिशन कर के अफीम भरी हुई थी। इस मामले में एक आरोपी की गिरफ्तारी हुई है, जिससे अफीम के संबंध में अनुसंधान जारी है। बरामद की गई अफीम का अनुमानित मूल्य 30 लाख रुपये से ज्यादा बताया जा रहा है।
केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो चित्तौड़गढ़ के निवारक एवं आ सूचना प्रकोष्ठ के अधीक्षक डीके सिंह ने बताया कि उच्च अधिकारियों के निर्देश पर लगातार कार्रवाई जारी है। इस दौरान मुखबिर से अफीम तस्करी के संबंध में सूचना मिली थी। इस पर चित्तौड़गढ़ और कोटा की टीम का गठन किया गया। यह टीम भीलवाड़ा सिक्सलेन पर चित्तौड़गढ़ जिले में रिठौला चौराहे पर पहुंची।
इस दौरान मुखबिर की ओर से बताया वाहन निंबाहेड़ा कोटा हाईवे की ओर से आता दिखाई दिया। नारकोटिक्स की टीम ने वैन को रुकवाया और तलाशी की। पहले वैन के अंदर और सीट के नीचे तलाशी ली। बाद में वैन में लगी गैस किट को देखा तो शंका हुई। इस पर टीम ने गैस की टंकी को खुलवा कर देखा। इस पर सामने आया कि गैस की टंकी को खुलवाया। इसमें सामने आया कि वैन की टंकी में दो पार्टिशन किए हुए थे। इसमें एक पार्टिशन में अफीम मिली। यहां चार पैकेट में अफीम थी, जिसका वजन 7 किलो 490 ग्राम निकला। मामले में नारकोटिक्स की टीम ने आरोपित झालावाड़ जिले में पंच पहाड़ तहसील के पगारिया गांव निवासी दुर्गेश पुत्र श्याम लाल बसेर को गिरफ्तार किया है।
टीम आरोपी और वैन को नारकोटिक्स कार्यालय लेकर आई। आरोपी से पूछताछ की जा रही है। पकड़ी गई अफीम का अनुमानित मूल्य 30 लाख रुपये से ज्यादा बताई जा रही है। पूछताछ में सामने आया कि यह अफीम जोधपुर ले जानी थी।