मिस्त्र के फिरौन में अमूल्य खजाना, रहस्य सुलझाने में जुटे वैज्ञानिक

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Great Pyramid: भारत की तरह ही मिस्त्र की सभ्यता भी बहुत पुरानी है और प्राचीन सभ्यता के अवशेष वहाँ की गौरव गाथा कहते हैं। यों तो मिस्र में 138 पिरामिड हैं और काहिरा के उपनगर गीज़ा में तीन लेकिन सामान्य विश्वास के विपरीत सिर्फ गिजा का ‘ग्रेट पिरामिड’ ही प्राचीन विश्व के सात अजूबों की सूची में है। दुनिया के सात प्राचीन आश्चर्यों में शेष यही एकमात्र ऐसा स्मारक है जिसे काल प्रवाह भी खत्म नहीं कर सका।

वैज्ञानिक दिन-रात किए एक

मिस्त्र के ग्रेट पिरामिड में एक ‘सीक्रेट जगह’ का रहस्य सुलझाने में वैज्ञानिक जुटे हुए हैं। उनका मानना है कि उस जगह में मिस्त्र के फिरौन का अमूल्य खजाना भरा हो सकता है। जिसे खोजने के लिए वैज्ञानिक दिन-रात एक किए हुए हैं। उस फिरौन ने 26वीं शताब्दी ईसा पूर्व में मिस्त्र पर शासन किया था।‘फिरौन’ अक्सर प्राचीन मिस्र के राजाओं के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला शब्द है।

पिरामिड के अंदर ‘सीक्रेट जगह’

रिपोर्ट के अनुसार, ग्रेट पिरामिड के अंदर सीक्रेट जगह पहली बार 2017 में खोजी गई थी फिरौन’ तब से उस पर रहस्य बरकरार था, क्योंकि किसी को पता नहीं था कि उसके अंदर क्या था । अब वैज्ञानिक इस रहस्य का पता लगाने में जुटे हुए हैं। इसके लिए वे बेहतरीन स्कैनिंग टेक्नोलॉजी का उपयोग कर रहे हैं। उनको उम्मीद है जल्द ही पिरामिड के अंदर स्थित इस खाली जगह के बारे में कोई नई जानकारी सामने आएगी।

खुफू ने बहुमूल्य शाही और धार्मिक वस्तुएं इकट्ठा कीं

वैज्ञानिकों को हाल ही में पता चला कि चैंबर पहले सोचे गए अनुमान से 10 मीटर बड़ा है, जिससे इसकी लंबाई 40 मीटर हो गई है। पुरातत्व पॉडकास्ट एन्सिएंट आर्किटेक्ट के मैथ्यू सिबसन ने खाली जगह में क्या हो सकता है, इसके बारे में कुछ सिद्धांत पेश किए। उन्होंने कहा, ‘कुछ लोगों का मानना ​​है कि वह खाली जगह एक या एक से अधिक ड्योढ़ी है, जहां खुफू ने बहुमूल्य शाही और धार्मिक वस्तुएं इकट्ठा कीं, जिनका वह बाद के जीवन में उपयोग करता। हम तीन अलग-अलग चैंबरों को एक साथ देख सकते हैं और उनमें से एक खुफू का अंतिम विश्राम स्थल भी हो सकता है। ऐसी भी अटकलें हैं कि उस जगह में मम्मियां भी हो सकती हैं।

बता दें कि खुफू एक प्राचीन मिस्र का राजा था, जो पुराने साम्राज्य काल के पहले भाग में चौथे राजवंश का दूसरा फिरौन था। जापानी एक्सपर्ट युकिनोरी कावे के हालिया एनालिसिस से पता चलता है कि छिपी हुई जगह स्लाइडिंग ग्रैंड गैलरी के समानांतर नहीं चलती है, जैसा कि मूल रूप से सोचा गया था, लेकिन वास्तव में चार मीटर चौड़ा और चार मीटर लंबा एक चैंबर है।

मिस्र के पिरामिड वहां के तत्कालीन फैरो (सम्राट) गणों के लिए बनाए गए स्मारक स्थल हैं, जिनमें राजाओं के शवों को दफनाकर सुरक्षित रखा गया है। इन शवों को ममी कहा जाता है। उनके शवों के साथ खाद्यान, पेय पदार्थ, वस्त्र, गहनें, बर्तन, वाद्य यंत्र, हथियार, जानवर एवं कभी-कभी तो सेवक सेविकाओं को भी दफना दिया जाता था।