भोपाल: भोपाल में फर्जी कॉल सेंटर मामले में पुलिस की कार्रवाई जारी है। इस मामले में पुलिस हिरासत में मौजूद आरोपी एएसआई पवन रघुवंशी अब लापता है। वहीं, रिश्वत देने आया टीकमगढ़ निवासी अंशुल जैन भाजपा पार्षद निकला। अंशुल फर्जी कॉल सेंटर के मास्टरमाइंड अफजल खान के साले मुईन खान का करीबी बताया जा रहा है।
भाजपा पार्षद रिश्वत देते रंगे हाथ पकड़ा गया
भाजपा पार्षद अंशुल जैन ने आरोपी एएसआई पवन रघुवंशी को 5 लाख रुपए की रिश्वत देने की कोशिश की थी। हालांकि, अंशुल जैन को रिश्वत देते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया गया। यह घटना पुलिस कार्रवाई के दौरान हुई, जब अंशुल ने आरोपी को बचाने के लिए रिश्वत देने की कोशिश की। इस मामले में अंशुल जैन के साथ-साथ कई अन्य आरोपियों की भूमिका भी सामने आई है।
पार्षद अंशुल जैन की भूमिका
अंशुल जैन टीकमगढ़ में राइस मिल चलाता है। सूत्रों के अनुसार, उन्होंने भाजपा से बगावत कर निर्दलीय पार्षद का चुनाव लड़ा और जीतने के बाद फिर से भाजपा में शामिल हो गए। इस मामले में उन पर रिश्वत देने का आरोप है। बताया जा रहा है कि आरोपियों को बचाने के लिए 25 लाख रुपए की डील तय हुई थी।
मुईन खान का कनेक्शन
फर्जी कॉल सेंटर मामले में आरोपी न बनाने की डील करने वाले मुईन खान ने 2022 में भाजपा के टिकट पर पार्षद का चुनाव लड़ा है। मुईन क्रशर संचालक है और उसके खिलाफ टीकमगढ़ कोतवाली में 12 आपराधिक मामले दर्ज हैं।
पुलिस जांच
इस मामले की जांच एसीपी हबीबगंज निहित उपाध्याय को सौंपी गई है। पुलिस ने आरोपियों की संपत्ति की जांच शुरू कर दी है। निलंबित एएसआई मनोज और हेड कांस्टेबल धर्मेंद्र भी फिलहाल लापता हैं। टीआई जितेंद्र गढ़वाल ने दावा किया कि पवन रघुवंशी को उनकी शिकायत पर लाइन अटैच किया गया था, इसलिए उन्होंने जानबूझकर उनका नाम लिया।
मास्टरमाइंड अफजल की रिमांड बढ़ी
फर्जी कॉल सेंटर के मास्टरमाइंड अफजल खान की तीन दिन की रिमांड पूरी होने के बाद पुलिस उसे ऑटो से कोर्ट ले गई। कोर्ट ने अफजल की रिमांड एक दिन और बढ़ा दी है। पुलिस ने 5 लाख रुपए की रिश्वत लेने वाले पवन रघुवंशी और अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ जांच के लिए विशेष न्यायाधीश रामप्रताप मिश्रा की कोर्ट में एफआईआर दर्ज कराई है।