अफ्रीका की सबसे ऊंची पहाड़ी पर ऑपरेशन सिंदूर का जश्न, 15 अगस्त को आदर्श फहराएगा तिरंगा

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छिंदवाड़ा: कुछ कर गुजरने का जुनून और मंजिल पाने की चाहत बड़ी-बड़ी ऊंचाइयों को भी बोना साबित कर देती है. कुछ ऐसा ही देशभक्ति का जुनून 23 साल के आदर्श शर्मा को है. जिन्होंने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के लिए अफ्रीका की सबसे ऊंची पहाड़ी किलिमंजारो को फतह करने की ठानी है. आदर्श शर्मा स्वतंत्रता दिवस के दिन किलिमंजारो की चोटी पर भारत तिरंगा फहराएंगे. बता दें किलिमंजारो एक ज्वालामुखी पर्वत है. इसे दुनिया का सबसे ऊंचा मुक्त खड़ा पर्वत भी माना जाता है.

15 अगस्त को फहराएगा तिरंगा

बीबीए की पढ़ाई कर रहे 23 साल के आदर्श शर्मा को देशभक्ति का ऐसा जुनून सवार हुआ कि उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता को समर्पित करने के लिए अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी किलेमिंजारों पर जाने की ठान ली. भारत के स्वतंत्रता दिवस के मौके पर 15 अगस्त को आदर्श किलिमंजारो की 19341 फीट ऊंची चोटी को फतह करेगा. शिक्षक कॉलोनी निवासी आदर्श के माता-पिता रजनी कमल किशोर शर्मा शिक्षक हैं.

अरुणाचल प्रदेश से किया कोर्स, 8 अगस्त से चढ़ाई

ऑपरेशन सिंदूर को समर्पित अभियान के बारे में पर्वतारोही आदर्श ने बताया कि "अरुणाचल प्रदेश के दिरांत स्थित नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ माउंटेनियरिंग एण्ड एडवेंचर स्पोर्ट्स से बेसिक कोर्स पूरा किया है. अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी फतेह करने का सपना एक साल से हर दिन-रात लेकर कठिन परिश्रम कर रहा हूं. जिसे पूरा करने का समय अब नजदीक आया है. इस मिशन को भारतीय सेना व जवानों के शौर्य के प्रतीक ऑपरेशन सिंदूर का समर्पित कर रहा हूं. आदर्श 8 अगस्त से किलिमंजारो पर्वत पर चढ़ाई शुरू करेगा. आदर्श का यह मिशन जिले एवं प्रदेश के लिए गौरव का पल साबित होगा.

 

 

ऑपरेशन सिंदूर को समर्पित होगी यात्रा

आदर्श शर्मा ने बताया कि "आतंकियों ने पहलगाम में कायराना हरकत कर भारतीय पर्यटकों की हत्या कर दी थी. इसके बाद भारत सरकार ने ऑपरेशन सिंदूर चला कर आतंकियों को करारा जवाब दिया. इसी ऑपरेशन सिंदूर की सफलता को समर्पित करने के लिए मैं यह यात्रा कर रहा हूं, ताकि लोगों तक संदेश पहुंचा सके कि देश सेवा करने के लिए अलग-अलग तरीके भी अपनाए जा सकते हैं. लोग अपने देश से जुड़े रहने के लिए प्रेरित हो सकें.