उत्तराखंड के उत्तरकाशी धराली आपदा का रेस्क्यू ऑपरेशन चौथे दिन भी जारी है. रेस्क्यू कार्य में सेना और आईटीबीपी के साथ एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और स्थानीय पुलिस जुटी हुई है. सरकार युद्धस्तर पर राहत-बचाव कार्य करा रही है. सीएम पुष्कर सिंह धामी ने राहत-बचाव कार्य में तेजी लाने के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं. साथ ही सीएम धामी ने अपने एक माह के वेतन को आपदा राहत कार्यों में देने की घोषणा की है. सीएम धामी ने कहा कि प्रदेश सरकार आपदा प्रभावित लोगों के साथ खड़ी है. आपदा की इस घड़ी में एकजुट होकर पीड़ितों की सहायता करनी चाहिए. उन्होंने जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों, स्वयंसेवी संगठनों एवं आम नागरिकों से क्षमता के अनुसार राहत कार्यों में सहयोग करने की अपील की है. धराली आपदा में अब तक 5 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि बड़ी संख्या में लोग लापता हैं. बीते दिन 274 लोगों को गंगोत्री एवं आसपास के क्षेत्रों से रेस्क्यू कर हर्षिल लाया गया.
खराब मौसम के कारण लौटा एमआई-17 हेलीकॉप्टर
उत्तराखंड में आज मौसम का मिजाज खराब है. जिससे उत्तरकाशी धराली में रेस्क्यू ऑपरेशन में खलल पड़ सकता है. उत्तरकाशी धराली आपदा रेस्क्यू के लिए जा रहा है एमआई-17 हेलीकॉप्टर खराब मौसम की वजह से देहरादून वापस लौटा.
आईएएस एसोसिएशन आपदा प्रभावितों को करेगा सहयोग
सचिव उत्तराखंड आईएएस एसोसिएशन दिलीप जावलकर ने धराली आपदा के बाद एसोसिएशन की बैठक की. बैठक कर सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि उत्तराखंड राज्य के समस्त भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारियों द्वारा एक दिन का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में स्वेच्छा से प्रदान किया जाएगा. यह निर्णय एसोसिएशन द्वारा आपदा पीड़ितों के प्रति मानवीय संवेदनशीलता और सामाजिक उत्तरदायित्व का प्रतीक है.
सीएम धामी ने अधिकारियों को किया निर्देशित
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने बीती रात आपदा कंट्रोल रूम उत्तरकाशी पहुंचकर जनपद में चल रहे आपदा राहत और बचाव कार्यों की समीक्षा की.सीएम धामी ने धराली आपदा प्रभावित क्षेत्र में जल्द कनेक्टिविटी को सुचारू करने के निर्देश दिये. सीएम धामी ने हर्षिल धराली में बादल फटने से आयी प्राकृतिक आपदा के कारण प्रभावित क्षेत्रों में चलाए जा रहे राहत अभियानों की जानकारी ली और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि राहत सामग्री और बचाव दल की प्रभावित क्षेत्रों में उपलब्धता सुनिश्चित रखी जाए। उन्होंने बादल फटने, भूस्खलन और भारी बारिश के कारण प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने और उनके लिए भोजन, पानी और चिकित्सा जैसी मूलभूत सुविधाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए.