जयपुर: कई सरकारी अधिकारी ऐसे हैं जो मोटी तनख्वाह पाने के बावजूद भी भ्रष्टाचार करने से बाज नहीं आते। भ्रष्टाचार करने में महिला अधिकारी और कर्मचारी भी पीछे नहीं है। हाल ही में एक महिला सीनियर टीचर (वरिष्ठ अध्यापक) की बड़ी करतूत सामने आई है। जयपुर में तैनात उस शिक्षिका ने राजस्थान गवर्नमेंट हेल्थ स्कीम (आरजीएचएस) कार्ड का दुरुपयोग करते हुए सरकार को बड़ा चूना लगा दिया। जब उसकी करतूत पकड़ी गई तो शिक्षा विभाग ने उसे सस्पेंड कर दिया।
आरजीएचएस कार्ड से रिश्तेदारों का इलाज कराया
भ्रष्टाचार करने वाली निलंबित सरकारी अधिकारी का नाम कुंबोदिनी मीणा है जो कि सीनियर टीचर (वरिष्ठ अध्यापक) हैं। वह जयपुर के खो घाटी राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में तैनात थी। कुंबोदिनी ने अपने आरजीएचएस कार्ड का दुरुपयोग किया। उसने अपने परिवारजनों और रिश्तेदारों का इलाज अपने आरजीएचएस कार्ड से कराया। राजस्थान स्टेट हेल्थ इंश्योरेंस ने महिला टीचर की इस करतूत को पकड़ लिया। मेडिकल डिपार्टमेंट ने शिक्षा विभाग को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की। इसके बाद शिक्षा विभाग ने महिला टीचर कुंबोदिनी के खिलाफ सख्त एक्शन लेते हुए उसे सस्पेंड कर दिया। निलंबन के दौरान उसे दौसा मुख्यालय में उपस्थिति देनी होगी
विभागीय जांच भी हो रही है
शिक्षा विभाग की संयुक्त निदेशक मंजू शर्मा का कहना है कि महिला टीचर के खिलाफ वित्तीय अनियमितताओं की शिकायत मिली थी। प्रारम्भिक दृष्टि से आरोप सही प्रतीत हो रहे हैं। ऐसे में शिक्षिका को निलंबित किया गया है। कितने और किन किन रिश्तेदारों और परिचितों का इलाज कराया। इस बारे में जांच कराई जा रही है। आरजीएचएस के कार्ड का दुरुपयोग किन किन निजी अस्पतालों में कराया गया। इस बारे में भी जांच की जा रही है। मंजू शर्मा का कहना है कि वित्तीय अनियमितताओं को लेकर विभागीय जांच कराई जा रही है।