नई दिल्ली। आज के समय में ज्यादातर लोग हेल्थ का ध्यान रखते हुए ग्रीन टी जरूर पीते हैं। इसे वजन कम करने मे मदद तो मिलती ही है, साथ ही शरीर भी तंदुरुस्त रहता है। ये एक तरह से हेल्दी ड्रिंक माना जाता है। यही वजह है कि बहुत से लोग दिन की शुरुआत ग्रीन टी से करना पसंद करते हैं। हालांकि, ये सच है कि ग्रीन टी में कई गुण मौजूद होते हैं, लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि यह हर किसी के लिए फायदेमंद ही हो।
कुछ लोगों को ये नुकसान भी पहुंचा सकती है। अक्सर लोग बिना सोचे-समझे इसे पीना शुरू कर देते हैं, जबकि ऐसा करना सही नहीं है। इसलिए जरूरी है कि इसे पीने से पहले किन्हें पीना चाहिए और किन्हें नहीं। हम आपको अपने इस लेख में बताएंगे कि ग्रीन टी किसके लिए फायदेमंद नहीं होती है। आइए विस्तार से जानते हैं-
डाइेजशन कमजोर होने पर
अगर आपको कब्ज, एसिडिटी या गैस की दिक्कत हाेती है तो ग्रीन टी आपके लिए सही नहीं है। इसमें टैनिन नाम का तत्व पाया जाता है, जो पेट में एसिड बढ़ा देता है। इस कारण पेट दर्द की समस्या हाे सकती है।
प्रेग्नेंसी और ब्रेस्ट फीडिंग कराने पर
अगर आप प्रेग्नेंट हैं या फिर ब्रेस्ट फीडिंग कराती हैं तो ग्रीन टी आपको नुकसान पहुंचा सकता है। दरअसल, इसमें कैफीन की मात्रा ज्यादा होती है, जो खतरा पैदा कर सकती है।
एनीमिया के मरीजों को
एनीमिया से जूझ रहे लोगों को ग्रीन टी नहीं पीना चाहिए। ये शरीर में आयरन के अवशोषण को कम कर देती है। दिन में दो कप से ज्यादा ग्रीन टी पिएंगे तो आपकी समस्या बढ़ सकती है।
एंग्जाइटी होने पर
जिन्हें एंग्जाइटी की समस्या है, उन्हें ग्रीन टी नहीं पीना चाहिए। ग्रीन टी में मौजूद कैफीन एंग्जाइटी को और भी बढ़ाने का काम करता है। इससे दिल की धड़कनें तेज हो सकती हैं। साथ ही नींद में भी खलल पड़ सकता है।
माइग्रेन वाले मरीज
सिर दर्द या माइग्रेन की दिक्कत होने पर आपको ग्रीन टी पीने से बचना चाहिए। इसमें मौजूद कैफीन माइग्रेन को ट्रिगर कर सकता है। इसके अलावा थायराइड की समस्या से जूझ रहे लोगों को भी ग्रीन टी कम से कम पीना चाहिए।
ग्रीन टी पीने का सही तरीका
ग्रीन टी को हमेशा खाना खाने के एक घंटे पहले या बाद में ही पीना चाहिए। इसके साथ ही कोशिश करें कि दिन में एक से दो कप ही ग्रीन टी पिएं। अगर आपको कोई दिक्कत है तो डॉक्टर से मिलना बेहतर रहेगा।