जगदलपुर। छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में भारी बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। बस्तर जिले के कांगेर नाले में कार बहने से दंपति और उनकी दो बेटियों की मौत हो गई। वहीं बीजापुर जिले में नदी पार करते समय एक युवक बह गया।
कार समेत डूबा परिवार
जगदलपुर पुलिस अधिकारी के अनुसार, बस्तर जिले के कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान में बाढ़ग्रस्त कांगेर नाला पार करते समय एक कार तेज बहाव में बह गई। इसमें सवार तमिलनाडु मूल निवासी राजेश कुमार (43), उनकी पत्नी पवित्रा (40) और दो बेटियां सौजन्या (7) व सौमैय्या (4) की मौत हो गई।
कार चालक लाला यदु ने पेड़ पकड़कर किसी तरह अपनी जान बचाई। जलस्तर कम होने के बाद देर शाम शवों को बाहर निकाला गया।
बीजापुर में भी हादसा
बीजापुर जिले के चेरपाल नदी को पार करते समय एक युवक बह गया। उसकी तलाश अब भी जारी है।
प्रशासन हाई अलर्ट पर
पिछले 36 घंटों से बस्तर, दंतेवाड़ा और बीजापुर जिलों में लगातार बारिश हो रही है, जिससे कई गांवों का संपर्क टूट गया है। अब तक 68 से अधिक लोगों को हेलीकॉप्टर और नाव की मदद से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
मुख्यमंत्री की निगरानी
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने जापान प्रवास के दौरान ही बस्तर संभाग की स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने राजस्व सचिव एवं आपदा राहत आयुक्त रीना बाबासाहेब कंगाले और बस्तर संभाग आयुक्त डोमन सिंह से फोन पर चर्चा कर राहत कार्यों की प्रगति जानी और जरूरी निर्देश दिए।
गांव-गांव में राहत कार्य
लोहंडीगुड़ा, दरभा और तोकापाल ब्लॉकों में प्रशासन राहत कार्य चला रहा है। मांदर गांव से 21 ग्रामीणों को सुरक्षित निकाला गया है। एसडीआरएफ, पुलिस और प्रशासन को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा – “जनता की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है। प्रशासनिक अधिकारियों और एसडीआरएफ को हाई अलर्ट पर रहने और प्रभावितों को तुरंत सहायता पहुंचाने के निर्देश दिए गए हैं।”