गावस्कर ने डिविलियर्स को सुनाई खरी-खोटी, कहा- इंडियन क्रिकेट के मसले में मत पड़ो

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नई दिल्ली: एशिया कप की शुरुआत में अब ज्यादा वक्त नहीं बचा है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने 15 सदस्यीय टीम का एलान कर दिया है, जिसके नेतृ्त्व का जिम्मा सूर्यकुमार यादव के कंधों पर है। वहीं, शुभमन गिल टीम के उपकप्तान हैं। हैरानी की बात यह है कि आईपीएल में शानदार प्रदर्शन के बावजूद श्रेयस अय्यर को चयनकर्ताओं की अनदेखी का सामना करना पड़ा है। उन्हें एशिया कप के लिए चुने गए स्क्वॉड का हिस्सा नहीं बनाया गया है। इस पर खूब चर्चा हो रही, जिसमें एबी डिविलियर्स भी कूद पड़े। हालांकि, सुनील गावस्कर को उनका भारतीय क्रिकेट के आंतरिक मसलों में टिप्पणी करना रास नहीं आया है। 

शानदार फॉर्म में चल रहे श्रेयस, फिर भी नहीं मिला मौका
बेहतरीन फॉर्म के बावजूद श्रेयस अय्यर को टीम में जगह नहीं मिली है। आईपीएल 2025 में अय्यर ने बल्ले से कमाल का प्रदर्शन किया। उन्होंने 17 पारियों में 604 रन बनाए, उनका औसत 50.33 और स्ट्राइक रेट 175.07 रहा। इस दौरान उनके बल्ले से छह अर्धशतक निकले। पारी को नियंत्रित करने की उनकी क्षमता भी शानदार रही, जिसका अंदाजा 79.1% कंट्रोल रेट से लगाया जा सकता है। इतने जबरदस्त आंकड़ों के बावजूद चयनकर्ताओं ने उन्हें एशिया कप के स्क्वॉड में जगह नहीं मिली है। 30 वर्षीय बल्लेबाज का टीम से बाहर होना उनके प्रशंसकों के लिए किसी झटके से कम नहीं है। 

श्रेयस को नहीं मिला मौका, डिविलियर्स ने उठाए सवाल
अजीत अगरकर के नेतृत्व वाली चयन समिति के इस फैसले पर दक्षिण अफ्रीका के पूर्व क्रिकेटर एबी डिविलियर्स ने अपने यूट्यूब चैनल पर चर्चा की। उन्होंने कहा, 'यह अजीब है कि श्रेयस अय्यर जैसा क्वालिटी खिलाड़ी टीम इंडिया की शुरुआती टीम में जगह नहीं बना रहा है, खासकर जब वह लीडरशिप क्वालिटीज लेकर आता है। शायद टीम में बहुत सारे लीडर और बहुत सारे कप्तान हैं। शायद एक दिन सच्चाई सामने आएगी और हमें पता चलेगा कि श्रेयस को टीम इंडिया में जगह बनाने में मुश्किल क्यों हो रही है।'

डिविलियर्स की टिप्पणी से बिफरे गावस्कर
डिविलियर्स की इस टिप्पणी पर पूर्व भारतीय बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने नाराजगी जताई। उनका मानना है कि भारत क्रिकेट के आंतरिक मामलों पर विदेशी खिलाड़ियों का चर्चा करना या टिप्पणी करना सही नहीं है। उन्होंने कहा, 'जिन विदेशी खिलाड़ियों का भारतीय क्रिकेट में कोई हिस्सा नहीं है और जिन्हें इसके बारे में बहुत कम जानकारी है, वे इस बहस में कूद पड़ते हैं और आग में घी डालते हैं। चाहे वे खिलाड़ी कितने भी महान क्यों न हों और चाहे वे कितनी भी बार भारत आए हों, भारतीय टीम का चयन पूरी तरह उनके काम से बाहर है।'