टीकाराम जूली का बड़ा सियासी बयान, विपक्षी विधायकों की जासूसी से लेकर वसुंधरा राजे गुट तक आरोपों की बरसात

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जयपुर : राजस्थान विधानसभा का मानसून सत्र समाप्त हो चुका है, लेकिन विधानसभा में अतिरिक्त कैमरे लगाए जाने पर सियासत जमकर गर्माई हुई है। इस बीच नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने भजनलाल सरकार पर बड़ा हमला करते हुए कैमरे लगाने के पीछे वसुंधरा राजे ग्रुप की जासूसी करने का दावा किया है। उनका आरोप है कि सरकार विधानसभा में लगाए गए अतिरिक्त कैमरों से वसुंधरा राजे के ग्रुप की जासूसी कर रही है। इधर, जूली के बयान से सियासी गलियारों में जमकर हलचल मच गई है। वहीं, सियासी जानकार जूली के इस बयान को बीजेपी में मतभेद पैदा करने की कोशिश से जोड़ रहे हैं।

जूली के अनुसार, असली वजह वसुंधरा राजे गुट पर निगरानी करना
विधानसभा के बाहर कैमरे लगाए जाने के विरोध में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि सत्ता पक्ष कांग्रेस को टारगेट कर रहा है। उन्होंने दावा किया कि भजनलाल सरकार इन कैमरों के जरिए न सिर्फ कांग्रेस विधायकों की निगरानी कर रही है, बल्कि पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की भी जासूसी करवा रही है। उन्होंने दावा किया कि दो दिन पहले जब वसुंधरा राजे सदन में आई थीं, तो यह तक देखा गया कि कौन-कौन विधायक उनसे मिलने गया। उन्होंने कहा कि विधानसभा में लगाए गए कैमरों के पीछे असली वजह वसुंधरा राजे गुट पर निगरानी रखना है।

जूली और डोटासरा में वर्चस्व की लड़ाई है – लक्ष्मीकांत भारद्वाज
इधर, टीकाराम जूली के इस बयान पर बीजेपी के प्रवक्ता लक्ष्मीकांत भारद्वाज ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पास जनता के लिए कोई मुद्दा नहीं है। इस तरह की बेवजह बातों से सदन में हंगामा किया जाता है। उन्होंने निशाना साधते हुए कहा कि गोविंद सिंह डोटासरा और जूली के बीच वर्चस्व की लड़ाई चल रही है। इसलिए डोटासरा सदन में नहीं आ रहे हैं। वहीं, जूली इस तरह के मुद्दे उठाकर हीरो बनना चाह रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज तक इतना निकम्मा और नकारा विपक्ष कभी नहीं आया है।