जयपुर: केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के गुरुवार को जयपुर के एकदिवसीय दौरे ने राजस्थान में रेल नेटवर्क के विस्तार को नई गति दी है। भाजपा सरकार के नेतृत्व में रेलवे के ये प्रयास न केवल बुनियादी ढांचे को मजबूत करेंगे, बल्कि राज्य की आर्थिक और राजनीतिक छवि को भी चमकाएंगे। विपक्षी कांग्रेस की ओर से रेल परियोजनाओं पर उठाए सवालों के बीच वैष्णव ने स्पष्ट संदेश दिया कि मोदी सरकार का फोकस 'सबका साथ, सबका विकास' पर है, जो राजस्थान जैसे बड़े राज्य के लिए वरदान साबित होगा।
रेल फाटकों से मुक्ति: शहरों की सांसें आसान
रेल मंत्री ने घोषणा की कि राजस्थान के प्रमुख शहरों को रेलवे फाटकों से मुक्त करने का निर्णय लिया गया है। अगले दो-तीन महीनों में पूरे प्रदेश का विस्तृत प्लान तैयार कर मंत्रालय में भेजा जाएगा। जयपुर, जोधपुर, उदयपुर जैसे शहरों में फाटकों के कारण ट्रैफिक जाम और दुर्घटनाएं आम हैं। वैष्णव ने कहा, 'यह कदम जनता की सुविधा बढ़ाएगा और राज्य सरकार के 'राइजिंग राजस्थान' विजन को मजबूती देगा।' राजनीतिक नजरिए से यह भाजपा के लिए बड़ा हथियार है, क्योंकि फाटक समस्या पर कांग्रेस ने विधानसभा में कई बार हमला बोला था। अब मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की सरकार इस पर तेजी से अमल करेगी, जो 2028 के चुनावों में वोट बैंक मजबूत करेगी।
वंदे भारत का विस्तार: बीकानेर-जोधपुर कनेक्टिविटी में क्रांति
वैष्णव ने उत्तर पश्चिम रेलवे महाप्रबंधक अमिताभ के साथ चर्चा के बाद बताया कि जोधपुर-दिल्ली और बीकानेर-दिल्ली के बीच नई वंदे भारत ट्रेनें जल्द शुरू होंगी। खातीपुरा स्टेशन पर इंटीग्रेटेड कोच परिसर और रेल कोच रेस्टोरेंट का निरीक्षण करते हुए उन्होंने जयपुर में 12-18 ट्रेनों की मेंटेनेंस फैसिलिटी विकसित करने की योजना का जिक्र किया।
'वंदे भारत राजस्थान की गौरव यात्रा को तेज करेगी'
राजनीतिक रूप से यह कदम भाजपा के 'मेक इन इंडिया' को जोड़ता है, जहां राज्य के सांसदों ने संसद में वंदे भारत की मांग की थी। विपक्ष का आरोप रहा है कि पिछली गठबंधन सरकार में रेल परियोजनाएं ठप थीं, लेकिन अब केंद्र-राज्य समन्वय से 9,960 करोड़ का रेल बजट राजस्थान को मिला है।
जैसलमेर को पर्यटन हब: ओवरनाइट ट्रेन से नया रंग
जैसलमेर को पर्यटन केंद्र बनाने के लिए दिल्ली से ओवरनाइट ट्रेन चलाने का प्रयास तेज है। वैष्णव ने कहा, 'जैसलमेर राजस्थान की विरासत है, इसका एनालिसिस पूरा होने पर प्रस्ताव मंजूर होगा।' यह ट्रेन पर्यटकों को रातोंरात जैसलमेर पहुंचाएगी, जो राज्य के टूरिज्म को बूस्ट देगी। राजनीतिक दृष्टि से यह भाजपा की 'एक्ट ईस्ट' पॉलिसी से जुड़ता है, जहां जैसलमेर सीमा क्षेत्र होने से सुरक्षा और विकास दोनों पर फोकस है।