भारतीय संस्कृति में तुलसी के पौधे का महत्व बेहद खास माना गया है. घर के आंगन में तुलसी का पौधा होने से सकारात्मक ऊर्जा आती है और परिवार के लोग हर समय सुरक्षित व खुश रहते हैं. ज्योतिष और धर्मग्रंथों के अनुसार तुलसी को माता लक्ष्मी का स्वरूप माना जाता है और भगवान विष्णु को भी यह अत्यंत प्रिय है. इसलिए इसके पूजन और देखभाल में खास नियम बताए गए हैं. खासकर तुलसी में जल चढ़ाने का समय और तरीका बहुत मायने रखता है, अगर सही समय पर तुलसी में जल चढ़ाया जाए तो व्यक्ति को धन, सुख और समृद्धि की प्राप्ति होती है. वहीं अगर नियमों का पालन न किया जाए तो इसका उल्टा असर भी हो सकता है. इस विषय में अधिक जानकारी दे रहे हैं
तुलसी में जल चढ़ाने का सही समय
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार तुलसी में जल चढ़ाने का सबसे शुभ समय सूर्योदय से पहले का माना गया है. इस समय किया गया पूजन सबसे ज्यादा फलदायी होता है. मान्यता है कि अगर सुबह जल्दी उठकर स्नान करने के बाद साफ कपड़े पहनकर तुलसी को जल चढ़ाया जाए तो घर में लक्ष्मी जी की कृपा बनी रहती है और जीवन में आर्थिक प्रगति होती है. साथ ही तुलसी में जल चढ़ाने से पहले अन्न ग्रहण न करना भी शुभ माना गया है.
तुलसी में जल चढ़ाने के नियम
1. सुबह स्नान करके ही तुलसी को जल अर्पित करें.
2. जल हमेशा तांबे के लोटे या पात्र से चढ़ाना शुभ माना गया है.
3. जल चढ़ाते समय आपका मुख पूर्व दिशा या ईशान कोण की ओर होना चाहिए.
4. तुलसी के पौधे में जल हमेशा जड़ की तरफ से ही चढ़ाना चाहिए ताकि पूरा पौधा इसका लाभ पा सके.
5. जल चढ़ाने के साथ अगर दीपक भी जलाया जाए तो और भी शुभ फल मिलता है.
इस समय भूलकर भी न चढ़ाएं जल
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार तुलसी में जल चढ़ाने का कुछ समय वर्जित है.
1. दोपहर 12 बजे के बाद तुलसी में जल नहीं चढ़ाना चाहिए.
2. संध्याकाल और रात के समय तुलसी का स्पर्श भी वर्जित माना गया है.
3. रविवार और एकादशी तिथि पर तुलसी में जल अर्पित करना मना है.
4. तुलसी में बहुत अधिक मात्रा में जल एक साथ नहीं चढ़ाना चाहिए.
तुलसी में जल चढ़ाने के फायदे
1. घर की नकारात्मक ऊर्जा खत्म होती है और सकारात्मक वातावरण बनता है.
2. परिवार में सुख-समृद्धि और शांति बनी रहती है.
3. भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होती है.
4. धन हानि से बचाव होता है और आर्थिक प्रगति के रास्ते खुलते हैं.
5. स्वास्थ्य पर भी अच्छा असर पड़ता है क्योंकि तुलसी का पौधा वायु को शुद्ध करता है.