फूड फ्रॉड का खुलासा: गोरखपुर में नकली नमक-चायपत्ती के कारखाने पर छापा, कई क्विंटल ज़हरीला माल पकड़ा गया”

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गोरखपुर: उत्तर प्रदेश की सीएम सिटी गोरखपुर में इन दिनों नकली खाद्य सामग्री बनाने और बेचने का गोरखधंधा जोरों पर है। ऐसे में शुक्रवार को खाद्य विभाग और पुलिस टीम द्वारा नकली टाटा नमक बनाए जाने की फैक्ट्री का पर्दाफाश करते हुए सैकड़ों टन माल बरामद कर जब्त कर लिया है। और अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।

इन दिनों मार्केट में नकली खाद्य सामग्री की भरमार है। फूड विभाग द्वारा लगातार की जा रही कार्रवाई के बीच पिछले दिनों साहबगंज में नकली तेल की फैक्ट्री तो कभी नकली साबुन बनाने का गोरख धंधा पकड़ा गया था। त्यौहारी सीजन आते ही नकली मिठाई, मावा तैयार करने की बाढ़ आ जाती है। हालांकि फूड विभाग लगातार एक्शन लेता रहता है, बावजूद समाज और देश के दुश्मनों पर इसका कोई खास असर दिखाई नहीं पड़ता। बीते दिनों साहबगंज में सरसों का तेल बनाने की फैक्ट्री के पकड़े जाने का मामला ठंडा भी नहीं पड़ा था कि शुक्रवार को टाटा कंपनी के लीगल एडवाइजर की शिकायत पर एसएसपी के निर्देशानुसार राजघाट थाना क्षेत्र के मिर्जापुर इलाके में टाटा नमक बनाए जाने की फैक्ट्री पकड़ी गई, जहां 3.43 क्विंटल नकली टाटा नमक बरामद किया गया है। पुलिस द्वारा इसे जब्त करने के साथ ही फैक्ट्री मलिक के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाई शुरू कर दी गई है।
 
पुलिस के अनुसार छापेमारी से पहले ही वहां मौजूद कर्मचारी फरार हो चुके थे। टाटा नमक के अलावा नकली फेवीक्विक और टाटा की नकली चाय भी बरामद की गई है। इन्हें टाटा के रैपर में पैक कर बाजार में सप्लाई किया जा रहा था। इस बारे में टाटा कंपनी के लीगल एडवाइजर प्रभात कुमार गुप्ता का कहना है कि हमें पिछले कई दिनों से नकली माल बेचे जाने की शिकायत मिल रही थी। इसकी जांच के लिए कर्मचारियों को लगाया गया था। पता चला कि मिर्जापुर में नकली टाटा नमक और चायपत्ती तैयार की जा रही है और इन्हें टाटा के रैपर में पैक कर सप्लाई करने का गोरखधंधा जारी है। मेरे द्वारा तत्काल इसकी शिकायत एसएसपी राजकरण नायर से की गई। उन्होंने राजघाट पुलिस को निर्देशित किया और संयुक्त टीम द्वारा छापेमारी की कार्रवाई की गई है इस बारे में राजघाट थाना प्रभारी सदानंद सिन्हा का कहना है कि छापेमारी के दौरान कई कुंतल नकली माल बरामद किया गया है। इन्हें जांच के लिए फूड विभाग को सौंपा गया है। आरोपियों की जानकारी प्राप्त की जा रही है आखिर इसके पीछे कौन लोग शामिल है? उन्हें गिरफ्तार कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।