1995 का चुनाव और लालू यादव की राजनीतिक ऊंचाई: राबड़ी देवी की नई पहचान

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167 सीटें, 70% जनसंख्या और एक शब्द: राबड़ी देवी ने बदल दिया लालू का टाइटल

पटना: 1995 का बिहार विधानसभा चुनाव लालू यादव के राजनीतिक करियर और उनके परिवार के लिए नए आयाम लेकर आया। इसी दौरान लालू की पत्नी राबड़ी देवी ने अपने पारंपरिक संबोधन ‘ईह’ को बदलकर ‘साहेब’ कर दिया, जो उनके पति की नई राजनीतिक ऊंचाई के अनुसार सम्मान का प्रतीक बन गया।

शादी के बाद से राबड़ी देवी लालू यादव को ‘ईह’ कहती थीं, जो एक पारंपरिक बिहारी स्त्री का सहज संबोधन था। लेकिन 1995 के चुनाव में जनता दल की भारी जीत (167 सीटें) और बिहार की सत्ता पर मजबूत पकड़ के बाद राबड़ी देवी ने यह बदलाव किया। वरिष्ठ पत्रकार संकर्षण ठाकुर के अनुसार, यह केवल शब्द का परिवर्तन नहीं था, बल्कि सामाजिक और राजनीतिक दोनों स्तरों पर लालू यादव के राजनीतिक साम्राज्य के प्रति सम्मान और पहचान को दर्शाता था।

बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे (1990 vs 1995):

दल            सीटें (1990)    वोट शेयर (1990)    सीटें (1995)    वोट शेयर (1995)
जनता दल    122              25.6%                      167                28%
कांग्रेस          71              25%                           29                 13%
बीजेपी         39              12%                            41                 16.3%
CPI            23               7%                            26                   4.8%
JMM         19                3.1%                         10                    2.3%

लालू यादव ने पिछड़े, अति पिछड़े और मुस्लिम मतदाताओं का मजबूत गठबंधन बनाकर बिहार की लगभग 70% जनसंख्या का प्रतिनिधित्व हासिल किया। इस जीत के साथ ही राबड़ी देवी के ‘साहेब’ संबोधन ने उनके पति की नई राजनीतिक पहचान को और मजबूती दी।