America’s AI: सिलिकॉन वैली में 17 वर्षीय हाई स्कूल छात्र जैकब शॉल ने ऐसा कमाल किया है कि वरिष्ठ नागरिक भी अब टेक्नोलॉजी के मास्टर बन रहे हैं।
जैकब ने अपनी गैर-लाभकारी संस्था “Mode to Code” शुरू की, जो AI, वेब डेवलपमेंट और वीडियो गेम डेवलपमेंट जैसी चीजें मुफ्त में सिखाती है।
युवा जादूगर + सीनियर्स = डिजिटल धमाका
- 2024 में शुरू हुआ यह प्रोग्राम अब फैल चुका है 20+ असिस्टेड लिविंग सेंटर और 30+ स्कूलों तक।
- मार्च 2025 से इसे वरिष्ठ नागरिकों तक बढ़ाया गया।
- शॉल और उनके सह-नेता आयडिन खलीली का मिशन: “पीढ़ियों के बीच डिजिटल गैप खत्म करना।”
स्कैम से बचाव और सुपरकॉन्फिडेंस
- अमेरिका में 60+ उम्र के लोग 2024 में 4.9 बिलियन डॉलर स्कैम में फंस चुके थे।
- शॉल की कक्षाओं में ऑनलाइन और फोन स्कैम से बचाव पर जोर।
- सीनियर्स अब इतने आत्मविश्वासी हैं कि एड कपलन ने चैटजीपीटी का इस्तेमाल अपने मित्र के लिए ओबिटुअरी बनाने में किया!
America’s AI: एजटेक की नई क्रांति
- CVS Health, Hyundai और Best Buy जैसी कंपनियां 50+ उम्र के उपभोक्ताओं के लिए AI और डिजिटल टूल्स डेवलप कर रही हैं।
- शॉल का मानना है कि व्यक्तिगत, आमने-सामने की शिक्षा तकनीक सीखने का सबसे असरदार तरीका है।
तकनीक सिर्फ ज्ञान नहीं, बल्कि जीवनशैली का सुपरपावर
- पाउलेट अरोएस्टी (87) कहती हैं, “फेसटाइम और अलेक्सा अच्छे हैं, लेकिन व्यक्तिगत बातचीत का मज़ा अलग है।”
- मोड टू कोड वरिष्ठ नागरिकों को आत्मविश्वास, सुरक्षा और आधुनिक जीवनशैली का सही संतुलन सिखाता है।