PNB को तिमाही में मिलेगी बड़ी राहत, 1,500 करोड़ की ट्रेजरी इनकम का अनुमान; टाटा मोटर्स का डिलीवरी रिकॉर्ड

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व्यापार: पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) को चालू वित्त वर्ष 2025-26 की तीसरी तिमाही में करीब 1,500 करोड़ रुपये की ट्रेजरी आय होने और मार्जिन में सुधार की उम्मीद है। ट्रेजरी आय किसी बैंक के प्रतिभूति निवेश, विदेशी मुद्रा कारोबार और वित्तीय साधनों से होने वाली आय है। पीएनबी के प्रबंध निदेशक एवं सीईओ अशोक चंद्रा ने मंगलवार को कहा, 2025-26 की पहली दो तिमाहियों के दौरान बैंक को कुल 1,800 करोड़ रुपये की ट्रेजरी आय हुई थी।

टाटा मोटर्स : एक लाख से अधिक कारों की आपूर्ति
टाटा मोटर्स पैसेंजर वेहिकल्स लिमिटेड ने नवरात्रि से दिवाली तक 30 दिन में एक लाख से अधिक यात्री वाहनों की आपूर्ति की, जो पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में 33 फीसदी अधिक है। टाटा मोटर्स पैसेंजर वेहिकल्स लिमिटेड के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) शैलेश चंद्रा ने कहा, त्योहारों के दौरान सबसे अधिक आपूर्ति एसयूवी की गई। इलेक्ट्रिक वाहन श्रेणी में भी मजबूती रही।

चीन के निर्यात रोकने से बढ़ रहीं विशेष उर्वरकों की कीमतें
चीन के यूरिया और विशेष उर्वरकों के निर्यात को रोकने करने के बाद भारत महत्वपूर्ण रबी (सर्दियों) फसल के सत्र से पहले उर्वरक की बढ़ी हुई कीमतों से निपटने की तैयारी कर रहा है। चीन ने 15 मई से 15 अक्तूबर तक बढ़े हुए निरीक्षणों के साथ उर्वरक निर्यात हाल ही में फिर से शुरू किया था। हालांकि, उसने अब अगली सूचना तक निर्यात को निलंबित कर दिया है। इससे न केवल भारत बल्कि वैश्विक बाजार भी प्रभावित हो रहे हैं। इस प्रतिबंध में टीएमएपी (तकनीकी मोनोअमोनियम फॉस्फेट) जैसे विशेष उर्वरक और एडब्लू जैसे यूरिया-समाधान उत्पाद के साथ डीएपी एवं यूरिया जैसे पारंपरिक उर्वरक शामिल हैं। घुलनशील उर्वरक उद्योग संघ के अध्यक्ष राजीब चक्रवर्ती ने कहा, मेरा मानना है कि निर्यात पर रोक अगले पांच से छह महीनों तक रहेगी। भारत अपने करीब 95 फीसदी विशेष उर्वरकों का आयात चीन से करता है। इनमें टीएमएपी जैसे फॉस्फेट और एडब्लू जैसे उत्सर्जन नियंत्रण तरल पदार्थ शामिल हैं। उन्होंने कहा, विशेष उर्वरकों की कीमतें जो पहले से ही असामान्य रूप से ऊंची बनी हैं, चीन के निर्यात प्रतिबंधों की वजह से उनके दाम घरेलू बाजार में 10-15 फीसदी बढ़ सकते हैं। भारत में हर साल करीब 2,50,000 टन विशेष उर्वरकों की खपत होती है। इसका लगभग 60-65 फीसदी उपयोग रबी सत्र के दौरान होता है।

स्टील के दम पर आठ बुनियादी उद्योगों में तीन फीसदी की वृद्धि
स्टील और बिजली क्षेत्र के बेहतर प्रदर्शन से देश के आठ प्रमुख बुनियादी उद्योगों का उत्पादन सितंबर, 2025 में सालाना आधार पर तीन फीसदी बढ़ गया। हालांकि, मासिक आधार पर उत्पादन की वृद्धि दर में गिरावट दर्ज की गई है।

  • 6.5 % रही थी उत्पादन की वृद्धि दर अगस्त माह में
  • 2.4 % बढ़ा था बुनियादी उद्योगों का उत्पादन सितंबर, 2024 में

इन क्षेत्रों में बढ़ोतरी

  • 14.1 % पहुंच गया स्टील क्षेत्र का उत्पादन
  • 2.1 फीसदी रही बिजली क्षेत्र में वृद्धि दर

उर्वरक व सीमेंट में आई गिरावट

  • 1.6 फीसदी रह गई उर्वरक क्षेत्र की वृद्धि 1.9 फीसदी से घटकर
  • 7.6 फीसदी से गिरकर 5.3 फीसदी रह गया सीमेंट का उत्पादन
  • चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही (अप्रैल-सितंबर) में घटकर 2.9 फीसदी रह गई आठ बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर
  • 4.3 फीसदी बढ़ा था उत्पादन एक साल पहले की समान अवधि में

जर्मन बिजनेस लीडर्स से मिले वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल, अक्षय ऊर्जा पर रहा फोकस
केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने दिल्ली में इंटरनेशनल इलेक्ट्रोटेक्निकल कमीशन के उपाध्यक्ष और कई प्रमुख जर्मन बिजनेस लीडर्स से मुलाकात की। इस मुलाकात में अक्षय ऊर्जा, तकनीक और सतत विकास के मुद्दों पर बात हुई। संयुक्त राष्ट्र सतत विकास के विशेष प्रतिनिधि और अंतरराष्ट्रीय इलेक्ट्रोटेक्निकल कमीशन के उपाध्यक्ष विमल महेंद्रू के साथ मुलाकात में अक्षय ऊर्जा में रूपांतरण, सौर ऊर्जा, ऊर्जा बचत के मुद्दों पर बात की। साथ ही कई जर्मन बिजनेस प्रतिनिधियों के साथ मुलाकात में वाणिज्य मंत्री ने डिजिटल ढांचा और मैन्युफैक्चरिंग बढ़ाने को लेकर बात हुई।