नई दिल्ली: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले महागठबंधन में मुख्यमंत्री पद को लेकर काफी खींचतान हुई. आखिरीकार तेजस्वी यादव के नाम पर मुहर लग गई. महागठबंधन ने गुरुवार (23 अक्टूबर) को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान तेजस्वी के नाम की घोषणा की, लेकिन इस दौरान राहुल गांधी की तस्वीर प्रेस कॉन्फ्रेंस से नदारद दिखी. भारतीय जनता पार्टी के नेता और केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने इसको लेकर सवाल उठा दिया. उन्होंने महागठबंधन पर तंज कसते हुए कहा कि यह कौनसा गठबंधन है.
रविशंकर प्रसाद (Ravi Shankar Prasad) ने कहा, ”राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की तस्वीर प्रेस कॉन्फ्रेंस में नहीं थी. ये कौन सा गठबंधन (Alliance) है, जो 243 सीट हैं और 255 पर चुनाव लड़ रहा है. आपके भ्रष्टाचार को देखकर ही नीतीश कुमार आपसे अलग हुए थे. आज तेजस्वी ने कहा कि भ्रष्टाचार पर जीरो टालरेंस अपनाएंगे, तो आप बताइए किसके भ्रष्टाचार पर – माता, पिता या अपने लोगों के. आपके पिता लालू जी को चारा घोटाले में 32 साल की सजा हो चुकी है.”
उन्होंने कहा, ”चारा घोटाले के साथ-साथ लालू पर 4 अलग-अलग घोटाले के मामले दर्ज हैं. लालू प्रसाद यादव को अदालत ने 32.5 साल की सजा सुनाई है. तेजस्वी यादव पर आईपीसी की धारा 420 का आरोप है. वो कह रहे हैं कि हम नौकरी देंगे, उनके पास एक समय-परीक्षित मॉडल है. वे नौकरी देंगे और आपकी जमीन ले लेंगे. उनका कोई भी काम भ्रष्टाचार के बिना नहीं होता. न तो हिमाचल प्रदेश में और न ही तेलंगाना में, वे अपनी घोषणाएं पूरी नहीं कर पा रहे हैं.”
रविशंकर प्रसाद ने कहा, ”बिहार में 2 करोड़ 60 लाख परिवार हैं. तेजस्वी ने घोषणा की है कि हम हर घर में एक सरकारी नौकरी देंगे. कर्मचारियों को वेतन देने के लिए पैसा कहां से आएगा? एनडीए का विजन आरजेडी और गठबंधन को बेनकाब करना है. तेजस्वी यादव ने जो भी घोषणाएं की हैं, वे सिर्फ हवाबाजी हैं और कुछ नहीं.”