लखनऊ में बंथरा के हरौनी इलाके में रहने वाली 16 वर्षीय किशोरी ज्योति ने 20 अक्तूबर को पहले हाथ की नस काट ली और फिर फंदा लगा लिया। उसकी बुधवार देर रात इलाज के दौरान मौत हो गई। किशोरी ने आत्महत्या क्यों की इसका पता नहीं चल सका है।
ज्योति के परिजनों के मुताबिक, उसने हाईस्कूल की पढ़ाई पूरी की थी। परिवार के जुड़े कुछ लोगों ने बताया कि 20 अक्तूबर को ज्योति का परिवार में किसी से झगड़ा हुआ था। इस पर नाराज होकर उसने हाथ की नस काट ली थी। परिजनों ने किसी तरह उसको समझा-बुझाकर शांत करा दिया था।
कुछ देर के बाद ज्योति ने कमरा बंद कर फंदा लगा लिया। घरवालों ने कमरे का दरवाजा तोड़ा और उसको फंदे से उतार कर अस्पताल में भर्ती कराया। बुधवार रात ज्योति की एक प्राइवेट अस्पताल में मौत हो गई।
ज्योति ने आत्महत्या क्यों की इसका पता नहीं चल सका है। पंचनामा भरने वाली महिला दरोगा नेहा यादव ने बताया कि परिजनों का कहना है कि ज्योति कुछ बीमार रहती थी। परिवार में पिता राजगीर दुर्विजय, मां, दो बड़े भाई और एक बड़ी बहन हैं।
जहर का शिकार हुए युवक की मौत
हसनगंज के डालीगंज हवेलिया कॉलोनी निवासी रौनक (23) की बुधवार इलाज के दौरान मौत हो गई। उनके चार पड़ोसियों पर जहर देने का आरोप लगा था। इस मामले में उनकी मां माला गिहार ने हसनगंज थाने में केस भी दर्ज कराया था।
इंस्पेक्टर हसनगंज चितवन कुमार ने बताया कि 7 अक्तूबर की शाम रौनक भागते हुए घर पहुंचे थे। उन्होंने आरोप लगाया कि पड़ोसी रामू, सुशीला, लतले और ललिता ने उसे रंजिशन जहर पिला दिया था। उनको गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मां माला गिहरा ने पड़ोसियों के खिलाफ हसनगंज थाने में केस दर्ज कराया था।
उनका यह भी आरोप था कि घटना के बाद आरोपी रामू व लतले धमकियां भी दे रहे हैं। पुलिस का अपनी जांच में पता चला था कि दोनों परिवार झाड़-फूंक का काम करते हैं और दोनों के बीच पुरानी रंजिश चल रही थी। अस्पताल में भर्ती रौनक की बुधवार दोपहर इलाज के दौरान मौत हो गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण स्पष्ट नहीं हुआ।
डॉक्टरों ने विसरा जांच के लिए सुरक्षित रखा है। एसीपी महानगर विनीत कुमार ने बताया कि अब तक की गई जांच में इस बात का पता चला है कि रौनक ने प्रेम-प्रसंग के चलते खुद ही जहरीला पदार्थ खाया था। पुलिस का इस बात के साक्ष्य रौनक के मोबाइल फोन से भी मिले हैं। नामजद किए गए आरोपियों से भी पूछताछ की जा रही है।