जयपुर। भारतीय उच्चायोग, लंदन में आयोजित विश्व पर्यटन बाजार में राजस्थान की संस्कृति, विरासत और हस्तशिल्प की झलक ने सभी का मन मोह लिया। इस मौके पर राजस्थान की उपमुख्यमंत्री (पर्यटन) ने राज्य की समृद्ध परंपराओं, पर्यटन विकास योजनाओं और वैश्विक साझेदारी की नई दिशा को प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में गोवा के मंत्री रोहन खौंटे, आंध्र प्रदेश के मंत्री कांदुला दुर्गेश, मध्यप्रदेश के पर्यटन मंत्री धर्मेन्द्र सिंह लोधी, ब्रिटेन में भारत के उच्चायुक्त विक्रम दोरैस्वामी, भारत सरकार के संयुक्त सचिव हरिकिशोर तथा अनेक वरिष्ठ अधिकारी और पर्यटन उद्योग से जुड़े प्रतिनिधि उपस्थित रहे। इस मौके पर उपमुख्यमंत्री ने दिया कुमारी ने कहा लंदन और राजस्थान दोनों इतिहास, सौंदर्य और सृजनशीलता के प्रतीक हैं। राजस्थान न केवल शाही भव्यता का प्रतीक है, बल्कि लोक जीवन, कला और परंपरा की आत्मा भी है।”
उन्होंने बताया कि राजस्थान के प्रत्येक क्षेत्र की अपनी अलग पहचान है, जोधपुर और चित्तौड़गढ़ के किले, उदयपुर की झीलें, जैसलमेर के रेतीले टीले और जयपुर की शाही स्थापत्य कला एवं शिल्प दुनिया भर के पर्यटकों को आकर्षित करती है। राजस्थान की प्रसिद्ध “पैलेस ऑन व्हील्स” ट्रेन, शाही महलों में होने वाले डेस्टिनेशन वेडिंग्स और स्थानीय संगीत-नृत्य परंपराएँ पर्यटकों को एक अनूठा अनुभव प्रदान करती हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पर्यटन को सुगम, सुरक्षित और सतत बनाने के साथ-साथ ग्रामीण और शिल्प समुदायों को पर्यटन से जोड़ रही है। डिजिटल नवाचारों और बेहतर कनेक्टिविटी के माध्यम से अब राजस्थान और अधिक सुलभ और पर्यटक–अनुकूल बन रहा है। उन्होंने कहा कि राजस्थान सिर्फ एक गंतव्य नहीं, एक अनुभूति है, जो हर यात्री के हृदय में बस जाती है।”









