नई दिल्ली: खराब प्रदर्शन की वजह से आलोचनाओं के घेरे में आए पाकिस्तान के तेज गेंदबाज हारिस रऊफ का रोना जारी है। दरअसल, एशिया कप के दौरान फाइनल में भारतीय बल्लेबाजों ने उनकी खूब धुनाई की थी और उनके एक 17 रन के ओवर ने मैच पलट दिया था। अब इस पर हारिस रऊफ ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की कठोरता पर खुलकर अपनी बात रखी है। रऊफ ने कहा कि क्रिकेट में खिलाड़ियों से हमेशा रोबोट जैसी परफॉर्मेंसट की उम्मीद की जाती है, जबकि वे भी इंसान हैं और उनसे भी गलती हो सकती है। रऊफ ने यह बयान श्रीलंका के खिलाफ पहले वनडे मैच के बाद दिया, जिसमें उन्होंने चार विकेट लेकर पाकिस्तान को छह रन से जीत दिलाई।
'हमारे लिए कोई माफी नहीं', हारिस का दर्द
पोस्ट-मैच प्रेस कॉन्फ्रेंस में जब रऊफ से उनके बड़े मैचों में फ्लॉप होने पर सवाल पूछा गया, तो उन्होंने साफ कहा, 'हमारे लिए कोई माफी नहीं होती। हमसे हमेशा रोबोट जैसी परफॉर्मेंस की उम्मीद की जाती है। लेकिन हम इंसान हैं, हमारे भी बुरे दिन आ सकते हैं।' रऊफ ने कहा कि क्रिकेट में हर खिलाड़ी का एक खराब दिन आता है, लेकिन जरूरी यह है कि वह हार न माने। हारिस ने कहा, 'मुख्य बात यह है कि आप हारें नहीं। बुरे दिन से कोई मरता नहीं है। हमें अपनी स्किल्स पर भरोसा रखना होता है और गलतियों को सुधारते रहना चाहिए।'
एशिया कप फाइनल की नाकामी और आलोचना
रऊफ ने यह भी माना कि एशिया कप फाइनल में भारत के खिलाफ उनका प्रदर्शन निराशाजनक रहा था, जहां उन्होंने सिर्फ 3.4 ओवर में 50 रन लुटाए थे। उन्होंने कहा, 'कभी-कभी हमारी योजनाएं काम नहीं करतीं। एक खराब दिन आपकी मेहनत को नहीं मिटा सकता, लेकिन आलोचनाएं जरूर बढ़ जाती हैं।' हारिस ने कहा, 'लोग 10 अच्छे मैच भूल जाते हैं और एक खराब मैच को याद रखते हैं। किसी खिलाड़ी को आलोचना पसंद नहीं होती, लेकिन यही हकीकत है, हमारे लिए माफी नहीं होती।'
टेस्ट क्रिकेट खेलने की इच्छा जताई
हारिस रऊफ ने यह भी खुलासा किया कि वे पाकिस्तान के लिए टेस्ट क्रिकेट खेलने को तैयार हैं। उन्होंने कहा, 'मैं पाकिस्तान के लिए टेस्ट खेलना चाहता हूं। मैं तैयार हूं, बस सेलेक्टर्स हमें पहले से बता दें ताकि हम रेड-बॉल क्रिकेट की तैयारी कर सकें। वहां एक दिन में बहुत ओवर फेंकने होते हैं।'









