सीकर। बिहार विधानसभा चुनाव के शुक्रवार को घोषित परिणाम राजस्थान के सीकर जिले के लिए खुशी लेकर आया। लक्ष्मणगढ़ के बेटे संजय सरावगी ने बिहार में लगातार पांचवीं बार चुनावी जीत हासिल की है। सरावगी बिहार की दरभंगा विधानसभा सीट से चुनाव लड़े तथा उन्होंने महागठबंधन के प्रत्याशी उमेश साहनी को 24593 वोटों से हराया।
सीकर जिले के लक्ष्मणगढ़ में सरावगी के बड़े भाई व भाजपा नेता जयप्रकाश सरावगी ने बताया कि संजय दरभंगा से लगातार पांचवीं बार विधायक बने हैं, वे पिछली नीतीश सरकार में कैबिनेट मंत्री भी रहे हैं। उनकी जीत से सरावगी परिवार व भाजपा में खुशी का माहौल है। संजय सरावगी की जीत पर लक्ष्मणगढ़ में लोगों ने एक—दूसरे को मिठाई खिलाकर और आतिशबाजी कर जश्न मनाया।
छात्र जीवन से ही राजनीति में सक्रिय
संजय सरावगी छात्र जीवन से ही राजनीति में सक्रिय रहे। शुरुआत में वे बीजेपी के छात्र संगठन माने जाने वाले अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का हिस्सा रहे। 1995 में उन्होंने बीजेपी की सदस्यता ली। इसके बाद दरभंगा नगर निगम में पार्षद रहे।
पहली बार 2005 में बने विधायक
उनकी लोकप्रियता को देखते हुए भाजपा ने 2005 के विधानसभा चुनाव में उन्हें दरभंगा सीट से टिकट दिया और सरावगी ने बड़ी जीत दर्ज की। इसके बाद 2010, 2015 और 2020 में बीजेपी के टिकट पर दरभंगा सदर से विधायक चुने गए। 2018 में उन्हें विधानसभा की प्राकलन समिति का अध्यक्ष एवं इस वर्ष की शुरुआत में कैबिनेट मंत्री बनाया गया।
संजय सरावगी का क्या है राजस्थान से कनेक्शन?
बिहार विधानसभा चुनाव में छठी बार जीत का परचम लहराने वाले बीजेपी नेता संजय सरावगी का जन्म 28 अगस्त 1969 को बिहार के दरभंगा में हुआ। लेकिन, उनका राजस्थान से खास कनेक्शन है। दरअसल, उनके पिता परमेश्वर लाल सरावगी सीकर जिले के लक्ष्मणगढ़ के रहने वाले थे, जो करीब 55 साल पहले बिहार चले गए थे। परमेश्वर लाल की दरभंगा में पेपर मील फैक्ट्री थी। ऐसे में उनका परिवार भी दरभंगा में ही रहता है।









