बीजिंग ।चीन ने अमेरिका पर ग्रीस के साथ उसके द्विपक्षीय संबंधों को कमजोर करने की कोशिश करने का आरोप लगाया है। यह बयान उस समय आया जब ग्रीस में अमेरिकी राजदूत किम्बर्ली गिलफॉयल ने हाल ही में सुझाव दिया कि एथेंस को चीन द्वारा संचालित पिरियस पोर्ट को बेचने पर विचार करना चाहिए। ग्रीक चैनल एंटेना टीवी को दिए इंटरव्यू में गिलफॉयल ने कहा कि चीन की सरकारी कंपनी कोस्को की इस महत्वपूर्ण बंदरगाह पर मौजूदगी “दुर्भाग्यपूर्ण” है और ग्रीस को “बेहतर विकल्पों” पर विचार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में अमेरिकी बुनियादी ढांचे की मौजूदगी ज़रूरी है, जो चीनी प्रभाव का संतुलन साध सके। उनके अनुसार, या तो अन्य पोर्ट्स का विस्तार किया जाए या पिरियस को बिक्री के लिए रखा जाए।
अमेरिका के इन सुझावों पर चीन ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। ग्रीस स्थित चीनी दूतावास ने बयान जारी कर कहा कि अमेरिकी राजदूत के बयान “शीत युद्ध मानसिकता और वर्चस्ववादी सोच” से भरे हैं। दूतावास के प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि अमेरिका इस पोर्ट का इस्तेमाल अपने भू-राजनीतिक हित साधने के लिए करना चाहता है, जबकि “पिरियस पोर्ट हमेशा ग्रीक जनता का रहेगा और किसी भी भू-राजनीतिक संघर्ष का शिकार नहीं होना चाहिए।” चीन ने पिरियस पोर्ट को एथेंस और बीजिंग के बीच मजबूत व्यापारिक साझेदारी का प्रतीक बताया और कहा कि वे निवेश बढ़ाते रहेंगे। वर्ष 2016 में ग्रीस के आर्थिक संकट के दौरान जब बंदरगाह को बेचने का निर्णय हुआ, तब कोस्को ही एकमात्र बोलीदाता था। आज कंपनी पोर्ट में बहुमत हिस्सेदारी रखती है और यह चीन की बेल्ट एंड रोड परियोजना का एक अहम केंद्र बन चुका है। पिछले वर्ष पिरियस पोर्ट ने रिकॉर्ड राजस्व और मुनाफा दर्ज किया, जिससे ग्रीस में चीन की बढ़ती आर्थिक भूमिका और स्पष्ट हो गई है।









