CM मोहन यादव का निवेशकों को संदेश: ‘हीरा प्रदेश और मोती प्रदेश मिलकर बढ़ाएंगे विकास की चमक’

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हैदराबाद | मध्‍य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव आज हैदराबाद में दक्षिण भारत के प्रमुख उद्योगपतियों के साथ ‘इन्वेस्टमेंट अपॉर्चुनिटीज इन मध्य प्रदेश’ सत्र में संवाद करने पहुंचे है. यह सत्र राज्य की औद्योगिक नीतियों, मजबूत आधारभूत संरचना और निवेश संभावनाओं से उद्योग समूहों को अवगत कराने का एक प्रमुख मंच बना. हैदराबाद प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री मोहन यादव ने उद्योग जगत के प्रतिनिधियों के साथ मध्य प्रदेश में निवेश बढ़ाने, नई औद्योगिक इकाइयों की स्थापना और विभिन्न क्षेत्रों में उपलब्ध सुविधाओं एवं प्रोत्साहनों पर विस्तार से चर्चा की है|

सीएम मोहन यादव ने किया सेशन को संबोधित

हैदराबाद में इंटरएक्टिव सेशन के दौरान मंच से संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि “मैं देश के हीरा प्रदेश से आता हूं और हैदराबाद को मोती प्रदेश कहा जाता है, इसलिए मैं यहां हीरा और मोती की जोड़ी की बात करने आया हूं.” उन्होंने कहा कि वे मध्य प्रदेश की ऊर्जा संभावनाओं को लेकर हैदराबाद के उद्योगपतियों के सामने उपस्थित हुए हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में हैदराबाद एक ऐसा क्षेत्र है जो आने वाले समय को पहले ही पहचान लेता है और संकल्प के साथ आगे बढ़ता है|

मैं निवेश का हाथ बढ़ाने आया हूं – सीएम यादव

सीएम मोहन यादव ने कहा कि मैं किसी राजनीतिक उद्देश्य के लिए नहीं, बल्कि सिर्फ निवेश का हाथ बढ़ाने आया हूं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में इस समय भारत का स्वर्णिम दौर चल रहा है. आज कई बड़े देश अलग-अलग चुनौतियों से गुजर रहे हैं, लेकिन भारत आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि कई बार दुनिया के शक्तिशाली राष्ट्र अपने चेहरे से तो बहुत आत्मविश्वास में दिखते हैं, लेकिन भीतर कितना तनाव है यह प्रतिदिन महसूस किया जा सकता है. दूसरी ओर पीएम मोदी के नेतृत्व में देश तेज गति से प्रगति कर रहा है और कई मिथकों को तोड़ चुका है. उन्‍होंने कहा कि अब हमारा देश रेल भी निर्यात करने की स्थिति में पहुंच गया है. रक्षा से लेकर रेलवे तक निवेश के नए आयाम खुल रहे हैं. मध्य प्रदेश में डिफेंस सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए भी प्रधानमंत्री का धन्यवाद है|

उन्होंने आगे बताया कि रेल कोच निर्माण के लिए 1800 करोड़ रुपये की फैक्ट्री मध्य प्रदेश में स्थापित की जा रही है. हैदराबाद से निवेशक वहां आ रहे हैं. पहले रेल और डिफेंस में संबंध की कल्पना भी नहीं की जा सकती थी, लेकिन अब सभी को आगे बढ़ने की पूरी स्वतंत्रता है. सभी को काम करने का पूरा अवसर मिल रहा है. मुख्यमंत्री ने कहा कि नीतियां तो सभी बनाते हैं, लेकिन उनका उद्देश्य राज्यों के बीच संबंध मजबूत करना और विकास को गति देना होना चाहिए. उन्होंने चंबल के पानी का उदाहरण देते हुए कहा कि यह डैम एमपी और राजस्थान के बीच है और कांग्रेस शासनकाल में वर्षों तक जल विवाद बना रहा, लेकिन अब मोदी सरकार के नेतृत्व में राज्यों के बीच आपसी सहयोग के साथ कार्य हो रहा है|

सीएम मोहन यादव ने निवेशकों को दिया निमंत्रण

सीएम यादव ने कहा कि हम सभी राज्यों के उद्यमियों को निमंत्रण देने आए हैं कि आप अपने राज्य में काम करने के साथ-साथ हमारे राज्य में भी काम करें. निवेश बढ़ाने का अर्थ है गरीबों को समृद्ध करना और जब जनता समृद्ध होगी तो भारत भी समृद्ध होगा. उन्होंने कहा कि किसी भी राज्य में राजनीतिक कारणों से नहीं जाना चाहिए, बल्कि दो राज्यों के संबंध बेहतर करने और व्यापार बढ़ाने के उद्देश्य से जाना चाहिए. मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्य प्रदेश की 18 नीतियां निवेश के लिए पूरी तरह अनुकूल हैं और इन पर निश्चित रूप से काम होगा. लेकिन इसके अलावा भी यदि किसी राज्य को किसी विशेष व्यवस्था की आवश्यकता हो तो उसके लिए भी उस राज्य के मुख्यमंत्री को बैठकर बात करना चाहिए और बोलना चाहिए कि ये लिखा हुआ तो है ही,जो नहीं लिखा हुआ है वो आप बताइए हम हर जरूरत पूरी करेंगे ताकि राज्य और देश दोनों आगे बढ़ें सके|

सेशन के अंत में मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे द्वारा प्रस्तुति और फिल्म के माध्यम से सब दिखा दिया गया है. आप निवेशक हैं, आपको ज्यादा बताने की जरूरत नहीं होती. आप तो उड़ती चिड़िया के पंख तक गिन लेते हैं. राज्य सरकार की ओर से उन्होंने सभी उद्योगपतियों का अभिनंदन किया और कहा कि मध्य प्रदेश सरकार सभी निवेशकों का दिल से स्वागत करती है|