The Bonus Market Update: सेंसेक्स-निफ्टी में शानदार तेजी, निवेशकों की खुशी का दिन

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अमेरिकी समकक्षों से मिले मज़बूत संकेतों और मजबूत घरेलू बाजर की बुनियादी बातों के चलते बुधवार को भारतीय शेयर बाजार में तेजी से बढ़त दर्ज की गई। बेंचमार्क सेंसेक्स और निफ्टी में एक प्रतिशत से ज्यादा की बढ़त दर्ज की गई। 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 1022.50 अंक या 1.21 प्रतिशत चढ़कर 85,609.51 पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 1,057.18 अंक या 1.24 प्रतिशत की बढ़त के साथ 85,644.19 अंक पर पहुंच गया। वहीं 50 शेयरों वाला निफ्टी 320.50 अंक या 1.24 प्रतिशत बढ़कर 26,205.30 पर बंद हुआ। यह अपने सर्वकालिक उच्च स्तर से केवल 10 अंक पीछे था। विशेषज्ञों ने कहा कि रूस और यूक्रेन के बीच संभावित युद्धविराम को लेकर बढ़ती आशावादिता ने भी निवेशकों की धारणा को मजबूत किया है।

सेंसेक्स की कंपनियों का हाल

सेंसेक्स की कंपनियों में बजाज फिनसर्व, बजाज फाइनेंस, टाटा स्टील, रिलायंस इंडस्ट्रीज, सन फार्मा, टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स, एक्सिस बैंक और इंफोसिस प्रमुख लाभ में रहीं। भारती एयरटेल और एशियन पेंट्स पिछड़ गए। बाजार में भागीदारी व्यापक रही, जिसमें धातु, ऊर्जा और आईटी में बढ़त सबसे ज्यादा रही। मिड-कैप और स्मॉल-कैप सूचकांक भी 1 प्रतिशत से ज्यादा चढ़े।

यूरोपीय बाजारों में दिखी तेजी

एशियाई बाजारों में, दक्षिण कोरिया का कोस्पी, जापान का निक्केई 225 सूचकांक और हांगकांग का हैंग सेंग सूचकांक सकारात्मक दायरे में बंद हुए। कोस्पी 2.67 प्रतिशत, निक्केई 225 सूचकांक 1.85 प्रतिशत और हैंग सेंग सूचकांक 0.13 प्रतिशत चढ़ा। हालांकि, शंघाई का एसएसई कंपोजिट सूचकांक गिरावट के साथ बंद हुआ। यूरोप के बाजार हरे निशान में कारोबार कर रहे थे। मंगलवार को अमेरिकी बाजार बढ़त के साथ बंद हुए।

फेडरल रिजर्व के ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदें बढ़ी

ऑनलाइन ट्रेडिंग और वेल्थ टेक फर्म एनरिच मनी के सीईओ पोनमुडी आर ने कहा कि भारतीय बाजारों में बुधवार को प्रभावशाली तेजी देखी गई, जिसमें विभिन्न क्षेत्रों में व्यापक स्तर पर खरीदारी हुई, जो वैश्विक इक्विटी में तीव्र जोखिम की भावना को दर्शाती है। उन्होंने कहा कि  इस तेजी को दिसंबर में अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की बढ़ती उम्मीदों से समर्थन मिला है, क्योंकि नवीनतम अमेरिकी आर्थिक आंकड़े, जिनमें सितंबर के खुदरा बिक्री और उत्पादक मूल्य के आंकड़े शामिल हैं  ने मांग में नरमी और मुद्रास्फीति में कमी का संकेत दिया है।

डॉलर के कमजोर होने से बाजार की धारणा में हुआ सुधार 

जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि वैश्विक स्तर पर, दिसंबर में अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की बढ़ती उम्मीदों, साथ ही अमेरिका में ब्याज दरों में नरमी और डॉलर के कमजोर होने से बाजार धारणा में सुधार हुआ है। इसके अलावा, रूस और यूक्रेन के बीच संभावित संघर्ष विराम को लेकर बढ़ती आशावादिता जोखिम उठाने की क्षमता को बढ़ा रही है, जिससे आगामी वर्ष के लिए सकारात्मक दृष्टिकोण को बढ़ावा मिल रहा है।"

रिजर्व बैंक कर सकता है ब्याज दरों में कटौती

रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) अजीत मिश्रा ने कहा कि दिसंबर में अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा संभावित ब्याज दरों में कटौती को लेकर नए सिरे से आशावादिता के साथ-साथ अगले महीने की शुरुआत में भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा रेपो दर में 25 आधार अंकों की कटौती की उम्मीदों से निवेशकों की धारणा में सुधार हुआ। इसके अतिरिक्त, यूक्रेन और रूस के बीच शांति की दिशा में प्रगति की उम्मीद से कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट से भी समर्थन मिला।

ब्रेंट क्रूड का भाव बढ़कर 62.50 डॉलर प्रति बैरल पर 

वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड का भाव 0.03 प्रतिशत की मामूली बढ़त के साथ 62.50 डॉलर प्रति बैरल हो गया। एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने मंगलवार को 785.32 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे और घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने भी 3,912.47 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे। मंगलवार को सेंसेक्स 313.70 अंक या 0.37 प्रतिशत गिरकर 84,587.01 पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी 74.70 अंक या 0.29 प्रतिशत गिरकर 25,884.80 पर बंद हुआ।