शेयर बाजार में अक्सर कहा जाता है कि धैर्य ही वह कुंजी है जो एक छोटे निवेशक को भी बड़ा मुनाफा दिला सकती है. बाजार में कई बार ऐसी कंपनियां सामने आती हैं, जिनका नाम शायद बहुत ज्यादा चर्चा में न हो, लेकिन उनका प्रदर्शन बड़े-बड़े दिग्गजों को पीछे छोड़ देता है. Izmo Limited एक ऐसा ही नाम है, जिसने अपनी लंबी अवधि की यात्रा में यह साबित कर दिखाया है. कभी महज एक ‘पेनी स्टॉक’ के रूप में पहचानी जाने वाली यह कंपनी आज अपने निवेशकों के लिए धनकुबेर साबित हुई है. पिछले 12 सालों में इस शेयर ने जिस तरह की रफ्तार पकड़ी है, उसने बाजार के विश्लेषकों को भी हैरान कर दिया है |
अब सेमीकंडक्टर सेक्टर में कंपनी की नई उड़ान
सिर्फ पुराने रिटर्न ही नहीं, बल्कि कंपनी का भविष्य भी अब चर्चा का विषय बना हुआ है. कंपनी ने एक्सचेंज फाइलिंग के जरिए एक बड़ी जानकारी साझा की, जिसने निवेशकों का उत्साह और बढ़ा दिया है. Izmo Limited अब अपनी पारंपरिक सीमाओं से बाहर निकलकर हाई-टेक सेक्टर में कदम रखने जा रही है. कंपनी ने सेमीकंडक्टर पैकेजिंग और ऑप्टो-इलेक्ट्रॉनिक सॉल्यूशंस के क्षेत्र में प्रवेश करने की योजना बनाई है |
बाजार के जानकारों का मानना है कि आने वाला दौर टेक्नोलॉजी और चिप निर्माण का है. कंपनी का यह रणनीतिक बदलाव उसकी ग्रोथ को एक नई दिशा दे सकता है. कंपनी के अनुमान के मुताबिक, ऑप्टिकल ट्रांसीवर का बाजार साल 2030 तक 13.5 अरब डॉलर से बढ़कर 28 अरब डॉलर तक पहुंच सकता है. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और 5G टेक्नोलॉजी के विस्तार से इस डिमांड में और तेजी आने की उम्मीद है, जिससे कंपनी को करीब 14 फीसदी CAGR (चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर) का लाभ मिल सकता है |
27% की रफ्तार से दौड़ेगा कारोबार
कंपनी ने अपनी प्रेजेंटेशन में बताया है कि सिलिकॉन फोटोनिक्स के लिए सेमीकंडक्टर पैकेजिंग का बाजार, जो अभी 2 अरब डॉलर का है, वह बढ़कर 10 अरब डॉलर के पार जा सकता है. इस विशेष सेगमेंट में कंपनी ने 25 से 27 फीसदी तक की सालाना ग्रोथ (CAGR) की संभावना जताई है. एक आम निवेशक के लिए इसका मतलब यह है कि कंपनी अब एक ऐसे क्षेत्र में पैसा लगा रही है, जहां अगले 5 से 10 सालों तक मांग में कमी आने की गुंजाइश बहुत कम है. यह नया बिजनेस मॉडल Izmo के लिए ‘गेम चेंजर’ साबित हो सकता है |
₹1 लाख के निवेश पर मिला छप्परफाड़ रिटर्न
निवेश की दुनिया में टाइमिंग और भरोसे का बहुत बड़ा महत्व होता है. अगर हम Izmo Limited के आंकड़ों पर नजर डालें, तो अगस्त 2013 से लेकर अब तक की तस्वीर पूरी तरह बदल चुकी है. इस अवधि में कंपनी के शेयरों ने अपने निवेशकों को 12,200 प्रतिशत से भी ज्यादा का अविश्वसनीय रिटर्न दिया है |
इसे एक आम निवेशक के नजरिए से समझें, तो यदि किसी व्यक्ति ने 2013 में इस कंपनी पर भरोसा जताते हुए महज 1 लाख रुपये का निवेश किया होता और उसे होल्ड करके रखा होता, तो आज उस निवेश की वैल्यू बढ़कर लगभग 1.23 करोड़ रुपये हो चुकी होती |
शेयर में जोखिम या अवसर?
लंबे समय में शानदार रिटर्न देने के बावजूद, शेयर बाजार की हालिया उथल-पुथल से Izmo Limited भी अछूता नहीं रहा है. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के आंकड़ों के मुताबिक, शुक्रवार के कारोबारी सत्र में शेयर 0.86 फीसदी की गिरावट के साथ 793.50 रुपये पर बंद हुआ |
बीते पांच सालों में जहां इस शेयर ने 1,520 फीसदी का मुनाफा दिया है और पिछले एक साल में 938 फीसदी चढ़ा है, वहीं शॉर्ट टर्म में इसमें दबाव देखने को मिला है. पिछले एक महीने में शेयर की कीमत में करीब 19.15 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है. इसका 52-सप्ताह का उच्चतम स्तर 1,374.70 रुपये रहा है, जबकि निचला स्तर 229.70 रुपये था. फिलहाल कंपनी का मार्केट कैप 1,186.57 करोड़ रुपये के आसपास है. जानकारों का कहना है आने वाले समय में इस शेयर में तेजी देखनो को मिल सकती है |









