राजगढ़: किला क्षेत्र स्थित सराफा मार्केट में बुधवार की रात हथियारबंद डकैतों ने डकैती की घटना को अंजाम दिया. पिस्टल, सब्बल और गुलेल लेकर आए डकैतों की संख्या 10 से 12 बताई जा रही है. इन डकैतों ने 2 ज्वेलरी शॉप के ताले तोड़े और लाखों का माल समेट कर ले गए. आसपास लगे सीसीटीवी में घटना कैद हुई है.
घटना के दौरान ही जब कुछ लोगों ने बदमाशों का पीछा किया तो उन पर फायरिंग की गई और गुलेल से पत्थर बरसाए गए. इधर जिन 2 व्यापारियों की दुकानों में डकैती हुई, उनमें से एक दुकान मालिक को खबर सुनकर हार्ट अटैक आ गया, जिससे उनकी मौत हो गई. घटना के बाद पुलिस सीसीटीवी की मदद से डकैतों का सुराग लगाने में जुट गई है.
एक साथ तोड़े 2 सराफा दुकानों के ताले
डकैतों ने किला बाजार स्थित सराफा में 2 दुकानों को निशाना बनाया. सबसे पहले सराफा दुकानदार राजेंन्द्र विजयवर्गीय की दुकान का ताला तोड़ा. यहां से करीब 1 किलो चांदी, 3 तोला सोना और 3 लाख रुपए कैश ले गए. इसके बाद दुकान में लगे सीसीटीवी भी तोड़े. यहां वारदात को अंजाम देने के बाद डकैतों ने सचिन सोनी की दुकान के ताले तोड़े. यहां से अलमारी का ताला तोड़कर कुछ कैश और 200 ग्राम चांदी समेट कर ले गए.
तीसरी चोरी में सफल नहीं हुए डकैत
दो दुकानों से चोरी के बाद डकैतों ने पास में ही स्थित गोपालचंद सोनी की दुकान का ताला तोड़ने की कोशिश की. इस दौरान गोपालचंद दुकान के अंदर ही सो रहे थे. शटर की आवाज सुनकर उनकी नींद खुल गई और उन्होंने शोर मचाना शुरू कर दिया. इसके बाद उन्होंने दुकान के अंदर से भी शटर में ताले लगा दिए. बदमाश अंदर नहीं घुस पाए लेकिन शटर के नीचे से सब्बल डालने पर बुजुर्ग के पैर में लग गई हालांकि उनकी जान बच गई. इन सभी दुकानों के ऊपर ही परिवार रहता है फिर भी डकैत बेखौफ होकर ताले तोड़ते रहे.
पीछा करने पर गोलियां और गुलेल से हमला
शोर शराबे के बाद मोहल्ले के कुछ युवा जाग गए और बाहर आकर उन्होंने बदमाशों का पीछा किया. इस दौरान बदमाशों ने पिस्टल से फायर किया और गुलेल से पत्थर बरसाए. गुलेल का पत्थर कमल मेवाड़े की आंख के पास लगा. कमल मेवाड़े ने ईटीवी भारत को बताया कि "मेरी आंख के नीचे गुलेल से चोट लगी है, जिसमें अंदर और बाहर टांके आए हैं जबकि अमित की पीठ में चोट आई है. अमित ने एक बदमाश को रॉड मारकर गिरा भी दिया था लेकिन साथी बदमाश ने फायर कर उसे बचा लिया. बाद में सभी श्मशान के पास खड़ी अपनी बाइकों से हाईवे की तरफ भाग निकले."
डकैतों के हमले में घायल मुर्तुजा अली बोहरा ने बताया कि "बीती रात मुझे लगभग 3 बजकर 30 मिनट पर पंडित लश्करी जी का फोन आया था. इसके बाद जब बाहर निकलकर देखा तो कुछ लोग शटर में सब्बल लगाकर उसे उठाने का प्रयास कर रहे थे. शोर मचाने पर जब वे भागे तो मुझ पर गुलेल से हमला किया जो मेरे कंधे पर लगी है." इस घटनाक्रम के बाद लोगों में दहशत के साथ आक्रोश है. व्यापारियों ने जल्द से जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की है.
'सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों की तलाश जारी'
इस मामले में एसपी अमित तोलानी ने बताया कि "लगभग 12 लोग थे जिनके पास गुलेल और सब्बल वगैरह जैसे हथियार थे. इन्होंने 2 व्यापारियों के यहां चोरी की है और एक के यहां डकैती डालने का प्रयास किया है. सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस टीम आरोपियों की तलाश में जुटी है. जिन्हें हम जल्द ही गिरफ्तार कर लेंगे."









